जीवण माताजी मंदिर मंडोर का 125वां पाटोत्सव भक्ति, उल्लास और परंपरा के संग हुआ सम्पन्न
अधिस्वीकृत पत्रकार गुलाम मोहम्मद, सम्पादक, सेवा भारती, जोधपुर
भव्य शोभायात्रा, छप्पन भोग और मातृशक्ति की गुलाबी आभा बनी विशेष आकर्षण
जोधपुर। मंडोर स्थित ऐतिहासिक जीवण माताजी मंदिर का 125वां पाटोत्सव शनिवार को अत्यंत श्रद्धा, उल्लास और पारंपरिक भव्यता के साथ मनाया गया। यह आयोजन चौपासनी हाउसिंग बोर्ड सत्संग मंडली के सौजन्य से सम्पन्न हुआ, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लेकर पुण्य लाभ अर्जित किया।
पाटोत्सव की शुरुआत प्रातः प्रभातफेरी से हुई, जहां ढोल-नगाड़ों और भजन-कीर्तन के साथ समूचा मंडोर क्षेत्र भक्तिरस में डूब गया। इसके बाद मंदिर परिसर में जलाभिषेक, पूजा-अर्चना और दिव्य श्रृंगार दर्शन हुए। दोपहर 3 बजे विधिवत अभिषेक एवं 4 बजे माताजी को 56 भोग अर्पित किए गए।
शाम 5 बजे यज्ञ और हवन में वैदिक मंत्रों की गूंज से वातावरण पावन हुआ। इसके पश्चात 5:30 बजे सम्पन्न हुई भव्य आरती में श्रद्धालुओं ने दीप प्रज्वलित कर माताजी का पूजन किया।
शाम 6 बजे मंदिर से निकली शोभायात्रा ने मंडोर चौराहे से होते हुए पुनः मंदिर पहुंचकर सम्पूर्ण क्षेत्र को भक्ति में रंग दिया। शोभायात्रा में बैंड-बाजे, घोड़े, रथ और पारंपरिक वेशभूषा में सजे श्रद्धालुओं ने विशेष आकर्षण का केंद्र बने। केसरिया साफा और पताका धारण किए मंडली के सदस्य हिंदुत्व और उत्साह का प्रतीक बने।
इस आयोजन की एक विशेष छवि मातृशक्ति ने प्रस्तुत की। गुलाबी पारंपरिक परिधान में सजी महिलाओं ने भजनों, प्रसादी सेवा और आयोजन प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वरिष्ठ नागरिकों के लिए ई-रिक्शा सेवा की विशेष व्यवस्था भी रही।
रात्रि 7 बजे महाप्रसादी का आयोजन हुआ, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया। आधुनिक तकनीक का सुंदर उपयोग करते हुए शोभायात्रा का सीधा अनुभव व्हाट्सएप वीडियो के माध्यम से दूरस्थ श्रद्धालुओं तक भी पहुंचाया गया।
इस सफल आयोजन में भवनेश माथुर के नेतृत्व में सत्संग मंडली के सदस्य आनंदीलाल माथुर, सीपी माथुर, मनोज सोनू, नंदलाल, मनीष, पंकज राज, रोबिन, लोकेश, राकेश, राजू, अनिल, सुनील, प्रो. सुरेश, महेश, मयुरेश, नितिन, खुशाल, आर एस माथुर, मुरारी लाल, नवीन, केदार, भावेश, डॉ. प्रभात माथुर, कुनाल, अनय सहित पूरी टीम का समर्पण उल्लेखनीय रहा।