अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का जीता दिल
– थाली नृत्य,कालबेलिया नृत्य, भवाई नृत्य ने बांधा समा
जोधपुर। शहर के रामलीला मैदान मे आयोजित हो रहे पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव में राजस्थान के अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुतियां से दर्शकों का मन मोहा ।
उत्सव संयोजक घनश्याम ओझा ने बताया कि उत्सव नोडल एजेंसी लघु उद्योग भारती की ओर से दर्शकों के मनोरंजन के लिए प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में इस बार भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत कार्यक्रम को प्राथमिकता देने के साथ ही लोक कलाकारों को भी बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है।
उत्सव समन्वयक महावीर चोपड़ा ने बताया की लोक कलाकार तरुण सिंह सोलंकी और उनकी टीम ने मेले में बेहतरीन प्रस्तुति दी।
उमा रावल के गणेश वंदना से शुरू इस कार्यक्रम में बुंदु खां लगा का गायन, बाबूलाल प्रजापति नाडोल का बोतल बेलेंस नृत्य, निशा पंवार टीम के घूमर नृत्य के अलावा थाली नृत्य, कालबेलिया नृत्य ने दर्शको का भरपूर मनोरंजन किया।
कार्यक्रम का सर्वाधिक आकर्षण का केंद्र बाबूनाथ जोगी का अद्भुत भवई नृत्य ने समा बांध दिया।
बाबूनाथ जोगी ने कच्छी घोड़ी, भपंग व मोर्चंग की भी प्रस्तुति दी।
आरंभ में काजरी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आशुतोष पटेल ने दीप प्रज्वलन किया।
संयोजन राकेश श्रीवास्तव ने और एंकरिंग प्रमोद सिंघल ने की।
प्रांतीय अध्यक्ष महावीर चोपड़ा, अनिल अग्रवाल, दीपक माथुर, शिल्पा अग्रवाल, तरुण अग्रवाल, डॉ.देवेश गुप्ता, राजेश दवे ने स्वागत किया।