भोगीशैल परिक्रमा यात्रा का समापन आज
अंतिम पडाव मंडोर उद्यान पहुंची, श्रद्धालुओं की सेवा करने उमड़े शहरवासी व परिजन
जोधपुर। अधिक मास में मारवाड़ का कुंभ कही जाने वाली भोगीशैल परिक्रमा यात्रा आज अपने अंतिम पड़ाव मंडोर उद्यान में पहुंच गई। इस दौरान यहां श्रद्धालुओं से मिलने परिजनों के साथ ही उनकी सेवा के लिए शहरवासी व कई संस्थाएं उमड़ पड़ी।
हिन्दू सेवा मंडल के सचिव विष्णु प्रजापत ने बताया कि भोगीशैल परिक्रमा यात्रा आज सुबह बेरीगंगा से रवाना होकर निंबली, नींबा तीर्थ, रेलवे स्टेशन, बालाजी मंदिर होते हुए मंडोर उद्यान पहुंची तथा यहां दिनभर विश्राम किया।
इस दौरान यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं से मिलने के लिए परिजन भी आए। मंडोर उद्यान में कई संस्थाओं के प्रतिनिधि व कार्यकर्ता श्रद्धालुओं की सेवा करने उमड़ पड़े। अपने अंतिम पड़ाव में महिलाओं ने भजन कीर्तन करते हुए भगवान के नाम का गुणगान किया। परिक्रमा में शामिल श्रद्धालुओं की आवभगत के लिए समाजसेवी और सामाजिक संगठनों की टोलियां मान मनुहार करतीं नजर आई। परिक्रमा के रास्ते में श्रद्धालुओं को चाय-नाश्ते से लेकर भोजन प्रसादी की मनुहार की गई। श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य कैंप भी लगाए गए। मंडल सचिव विष्णु प्रजापत ने बताया कि तीन अगस्त को सुबह परिक्रमा रवाना होकर संतोषी माता मंदिर, शीतला माता मंदिर, शेखावत बालाजी, उम्मेद भवन, रातानाड़ा गणेश मंदिर, पुलिस लाइन, सोजती गेट, कंदोई बाजार, कपड़ा बाजार, जूनी मंडी, गंगश्यामजी मंदिर होते हुए घंटाघर स्थित मंडल कार्यालय पहुंच संपन्न होगी। इससे पहले तीन अगस्त को ही सुबह जब शेखासरजी तालाब होते हुए यात्री उम्मेद भवन पहुंचेंगे तब वहां पर पूर्व नरेश गजसिंह, हेमलता राजे, शिवराज सिंह, गायत्री परिवार, बाईजीलाल शिवरंजनी व राज परिवार के अन्य सदस्य श्रद्धालुओं का पुष्प वर्षा से स्वागत करेंगे। साथ ही ध्वज पूजन कर आयोजन समिति के पदाधिकारियों का स्वागत अभिनंदन करेंगे।