मसीह समाज ने ईसा मसीह का पुनरुत्थान दिवस उत्साह पूर्वक मनाया
Gulam Mohammed, Editor, Seva Bharati News
जोधपुर। एस.एम. चर्च एवं आराधनालय में मसीह समाज के लोगों ने ईसा मसीह के पुनरुत्थान दिवस को उत्साह पूर्वक मनाया।
चर्च के मीडिया प्रभारी श्री नवीन पॉल व संजीव बहादुर ने यह बताया कि यह दिन ईसाई धर्मावलंबियों के लिए बहुत महत्व रखता है।
प्रभु यीशु प्रेम और शांति के मसीहा थे, दुनिया को प्रेम और करुणा का संदेश देने वाले प्रभु यीशु को धार्मिक कट्टरपंथियों ने सूली पर चढ़ा दिया था। इसके तीन दिन बाद संडे के दिन वे जीवित हो उठे।
यीशु का पुनः जी उठना, अर्थात पुनरुत्थान जिसका जश्न ईस्टर के रूप में मनाया जाता है, वही ईसाई धर्म के विश्वास की नींव है।
मृत्यु के बाद यीशु के जी उठने द्वारा ईश्वर ने ईसा मसीह पर विश्वास करने वालों को एक नए जन्म की जीती-जागती आशा दी। पुनरुत्थान के बाद ईसा मसीह 40 दिनों तक अपने शिष्यों के बीच रहे फिर वह स्वर्ग पर उठा लिए गए थे।
मसीह समाज के लोग सुबह 5:00 बजे सनराइज सर्विस की आराधना के लिए एस.एम. चर्च में एकत्र हुए, सभी लोगों ने अपने अपने हाथों में जलती हुई मोमबत्तीयां ले रखी थी। वहां से गीत गाते हुए प्रोसेशन के रूप में सैंट एण्ड्रूज हाल पहुंचे।
फादर रेव्ह. अमित कुमार श्रेष्ठ ने लोगों को ईस्टर (पुनरुत्थान दिवस) का महत्व समझाया। सैंट्रल मैथोडिस्ट चर्च के रैव्ह दलेर मसीह भी आराधना में उपस्थित थे। आराधना के पश्चात कमेटी के सदस्यों द्वारा चाय व नाश्ते का प्रबंध किया गया था।
सुबह 9:00 बजे मुख्य आराधना शुरू हुई जिसमें एस.एम. चर्च में रेव्ह. अमित कुमार श्रेष्ठ के साथ अतिथि वक्ता पास्टर राहुल कुचेकर (नई दिल्ली) ने प्रवचन दिया। आराधनालय कुड़ी में रेव्ह. अविनाश मैसी के साथ अतिथि वक्ता डा० जॉन जसवंत (कानपुर) ने प्रवचन दिया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में मसीही समुदाय के लोग चर्च में एकत्र हुए चर्च के सेक्रेटरी श्री सुशील हाबिल व कोषाध्यक्ष श्री विजेश कुमार भी उपस्थित थे। सभी कार्यों में पास्ट्रेट कमेटी, सैंट एंड्रयूज हाल कमेटी, महिला विंग तथा यूथ के जवानों ने अपना पूर्ण योगदान दिया।