हैंडीक्राफ्ट एक्सपोटर्स ने कंटेनर हैंडलिंग और भाड़े को लेकर चिंता जताई
जोधपुर। जोधपुर हैण्डीक्राफ्ट एक्सपोटर्स फैडरेशन (जेएचईएफ) के प्रतिनिधिमंडल ने ईडी- कॉनकोर कमल जैन से मुलाकात कर कंटेनर को खाली होने में लग रही देरी सहित अन्य समस्याओं पर चर्चा की। फैडरेशन के कोषाध्यक्ष राजेन्द्र बंसल ने बताया कि हैंडलिंग की समस्या के कारण ट्रांसपोर्टरों को खाली कंटेनरों को लोड करने के लिए कॉनकोर के बाहर कई घंटो व कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता है। इस पर जैन ने आश्वासन दिया कि इस समस्या का शीघ्र समाधान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि खाली कंटेनरों को लोड करने के लिए अतिरिक्त उपकरणों की व्यवस्था की जाएगी ताकि खाली कंटेनरों के लिए प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ें। निर्यातकों ने पीडीए प्रणाली के तहत कॉनकोर और शिपिंग लाइनों द्वारा लगाए जा रहे उच्च टैरिफ के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि कॉनकोर की तुलना में मूंदड़ा के लिए सीधे ट्रेलर की आवाजाही सस्ती पडती है। वहीं पीडीए के मामले में शिपिंग लाइनें निर्यातकों से अनावश्यक रूप से अधिक शुल्क वसूल रही हैं।
जैन ने मौजूदा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए इस समस्या का समाधान का आश्वासन दिया। निर्यातकों ने उम्मीद जताई कि कॉनकोर जोधपुर के निर्यातकों को राहत प्रदान करने के लिए जल्द ही टैरिफ में कमी करेगा। उल्लेखनीय है कि कॉनकोर-ईडी जैन जोधपुर मूल के है, ऐसे में एक्सपोटर्स ने आशा जताई कि समस्याओं का शीघ्र समाधान होगा। पूर्व में भी कॉनकोर में स्पेस पर्याप्त नहीं होने पर जेएचईएफ के आग्रह पर कॉनकोर और रेलवे डीआरएम गीतिका पांडे ने तुरंत निर्णय लेते हुए कॉनकोर के सामने दो हजार कंटेनरों के भंडारण के लिए अतिरिक्त स्थान उपलब्ध कराया था जिससे निर्यातकों को बडी राहत मिली थी।
कॉनकोर के आशीष ने विश्वास दिलाया कि वे इस समस्या के स्थायी समाधान पर कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि कॉनकोर के अधिकारी प्रेमप्रकाश ने भी समस्याओं के समाधान के लिए आश्वस्त किया है। इस मौके जेएचईएफ से जुडे निर्यातकों ने कार्गो के सुचारू संचालन, भंडारण व हैंडलिंग के लिए आगामी सलावास योजना बनाकर कार्य शुरू करने का भी सुझाव दिया। इस अवसर पर जेएचईएफ़ के पेट्रन निर्मल भंडारी, प्रेसिडेंट नरेश बोथरा, नरेन्द्र जैन, जेपी जैन, राजेन्द्र बंसल, आशीष मेहता, मनोज बोथरा व पीयूष छाजेड सहित अनेक एक्सपोटर्स मौजूद थे।