श्रीकृष्ण-सुदामा मिलन से भावुक हुए भक्तजन
जोधपुर। श्री राधे रानी सेवा विकास समिति तथा प्रताप नगर के सेक्टर मोहल्ला विकास समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन श्रीकृष्ण सुदामा प्रसंग सुन भक्तजन भावविभोर हो गए।
पंडित दामोदर भारद्वाज ने इस अवसर पर अपने प्रवचन में कहा कि संसार में मित्रों का रिश्ता भगवान की देन है। संकट में मित्रों की मदद करनी चाहिए। जो संकट में मुंह मोड़ते, वह कभी सच्चा मित्र नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि धैर्य और विवेक एक दूसरे के पूरक हैं। जो लोग धैर्यशील होते हैं, उनकी बुद्घिमत्ता और गंभीरता का स्तर दूसरों से कई गुना अधिक ऊंचा होता हैं। धैर्य एक ऐसा गुण हैं जो चिंता एवं घबराहट भरी स्थिति को क्षण भर में शांति में बदल देता हैं। दिक्कत यह है कि अधिकांश लोग इस गुण के जादुई प्रभाव को नहीं जानते, तभी तो आज जिसे देखो वह अधीर होकर अपने व दूसरों के लिए मुसीबतें खड़ी करता रहता हैं। राजेश गुप्ता ने बताया कि पंडित दामोदर भारद्वाज वृंदावन वालों द्वारा कथा का वाचन किया गया। साथ ही भागवत कथा की पूर्णाहूति की गई। अब दो दिवसीय नानी बाई का मायरा कथा का आयोजन किया जाएगा। पंडित दामोदर भारद्वाज ही इसका वाचन करेंगे। इस अवसर पर राजेश गुप्ता, हरिओम अग्रवाल, एडवोकेट मनीष कुमार चितारा, दौलत राज डाबी,राजू प्रजापत, मुनीलाल चौहान, शैलेंद्र खत्री, शांति देवी प्रजापत, लक्ष्मी चौहान, गुड्डी लखारा सहित अनेक लोगों ने मंगलाचरण आरती में भाग लिया।
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