1008 मोहन महाराज धुणी स्थल का विवाद समाप्त
-एसडीएम पिंडवाड़ा ने खोला बंद हाॅल का ताला
सिरोही, 13 फरवरी। 1008 मोहन महाराज धुणी स्थल वीरवाडा का विवाद होने से सन 1998 से लगी धारा 145 को पिंडवाडा उपखंड अधिकारी हरिसिंह देवल ने उपस्थित ग्रामीणों की मौजूदगी में हटाने की घोषणा करते हुए धुणी परिसर में बने हाॅल का ताला खोलकर विवाद समाप्त किया। मूलशंकर मेघवाल ने बताया कि मोहन महाराज करीब 65 वर्ष तक पुण्य भूमि वीरवाडा में तपस्या की जिनका समाधि स्थल वीरवाडा में 21 अगस्त 1989 में बनाया गया ओर 1998 से विवाद होने पर धारा 145 लगी हुई थी, लेकिन शनिवार को माघ सुदी द्वितीया को भक्तजनों की उपस्थिति में उक्त विवाद समाप्त हुआ। इस मौके पर उपस्थित भक्तजनों ने मोहन दाता के जयकारे लगाए।
एसडीएम देवल ने किए दर्शन
मोहन महाराज की धुणी पर पहुंचे एसडीएम हरिसिंह देवल ने समाधि व धूणी पर माल्यार्पण कर श्रीफल चढ़ाए। इस दौरान हमीरसिंह देवडा, एडवोकेट सुरेन्द्रसिंह देवडा, भीमाराम मेघवाल, सांकलाराम सेन, कालुराम मेघवाल, शंकरलाल राठौड, मनोहरलाल मेघवाल, सरपंच योगेश रावल, कुंवर माधोसिंह देवडा, तुलसीराम रावल, कैप्टन रतनसिंह देवडा व भक्तजनों ने भी धूणी व समाधि स्थल पर माल्यार्पण कर मानव समाज के कल्याणार्थ कामना की।
बगीचा बनाने की घोषणा
सर्व सम्मति से मोहन दाता धुणी विकास के लिए चर्चा परिचर्चा की गई तथा मौके पर ही सरपंच योगेश रावल ने भूमि आवंटित कर सुंदर बगीचा बनाने की घोषणा की।
जीवनी पर डाला प्रकाश
समाधि स्थल पर हमीरसिंह देवडा व वीराराम परलाई ने मोहन दाता की जीवनी एवं वीरवाडा आगमन पर हुए चमत्कारों के बारे में अवगत करवाया ओर बताया कि दाता के खडाउ, चोले, लाठी व अन्य सामग्री है, जो स्मृति के रुप में आज भी विद्यमान है, जो आने वाले समय में आमजन के लिए दर्शनीय होगी।
इनका रहा स्वागत सत्कार में सहयोग
इस अवसर पर सरूपाराम माली, वीराराम परलाई, लक्ष्मण सुथार, छोगाराम दहिया, मेलापचंद सोनी, भरत सोनी, प्रतापराम, तलसाराम पिंडवाडा, अचलाराम दहिया, शंकरलाल झांकर, बलवंतसिंह देवडा, नरपतसिंह देवडा, देवाराम, धन्नाराम ने स्वागत सत्कार में सहयोग प्रदान किया। स्वागत गीत पूनाराम दहिया व आरती गोपालराम कलावंत ने प्रस्तुत की। मंच संचालन शंकरलाल राठौड ने किया।