कोरोना महामारी के कारण विद्यार्थियों के प्रवेश पर काफी गहरा असर पड़ा है : लाचू कॉलेज
जोधपुर। लाचू मेमोरियल कॉलेज ऑफ साइंस एण्ड टेक्नोलोजी जोधपुर में वर्तमान में संस्थान के प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों द्वारा वेतन विसंगतियों को लेकर चल रहे आक्रोश के सम्बन्ध में संस्थान के प्रबंधन समिति ने यह अवगत करवाया है कि सत्र 2020-21 में कोरोना महामारी के कारण विद्यार्थियों के प्रवेश पर काफी गहरा असर हुआ है।
कॉलेज के प्राचार्य प्रो. रोहित कुमार जैन ने बताया कि इस वर्ष बीएससी में 25 प्रतिशत, एमएससी में 43 प्रतिशत, बी.कॉम में 35 प्रतिशत, एमबीए में 65 प्रतिशत, बीसीए में 22 प्रतिशत एवं एमसीए में 41 प्रतिशत प्रवेश कम हुए है। प्रथम सेमेस्टर में प्रवेशित विद्यार्थियों के अलावा तृतीय सेमेस्टर में 22 प्रतिशत एवं पांचवें सेमेस्टर में 20 प्रतिशत विद्यार्थियों के फीस की द्वितीय किश्त और तृतीय सेमेस्टर एवं पांचवें सेमेस्टर की तीसरी एवं चौथी किश्त के फीस की सम्पूर्ण राशि बकाया है, जिसके कारण संस्थान में वित्तीय संकट गहरा हुआ है। संस्था को फार्मेसी संकाय में संचालित एम.फार्मेसी कोर्स में पिछले 8-9 साल से प्रवेश नहीं होने के कारण इस कोर्स को इस सत्र से बंद करना पड़ा। वर्तमान स्थिति से पूर्व प्रबंधन समिति द्वारा समय समय पर डीए/पीए का फायदा प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों को दिया है और प्रबंध समिति द्वारा वर्तमान में प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों को बेसिक पे और एचआर (20 प्रतिशत), सीसीए, पीएफ (8.33 प्रतिशत) और ईएसआई का फायदा भी दिया जाता है। यह ऐसी एक मात्र स्व-पोषित संस्थान है जिसमे कार्यरत कर्मचारियों के बच्चो को मुफ्त में शिक्षा दी जाती है। इस संस्थान में कार्यरत नियमित कर्मचारियों को कभी भी कोई तकलीफ नहीं हुई है और वह अपनी संपूर्ण सेवाएं समाप्त करने के बाद ही संस्थान से गया है, जो एक उदाहरण है। इसके अतिरिक्त प्रबंध समिति ने विद्यार्थियों एवं उनके परिजनों के निवेदन एवं कोरोना महामारी के कारण हुई आर्थिक स्थिति को देखते हुए विद्यार्थियों एवं उनके परिजनों के हित को देखते हुए सत्र 2020-21 में अध्ययनरत विद्यार्थियों के वार्षिक फीस में 10 प्रतिशत की छूट का निर्णय लिया है।
प्राचार्य प्रो. रोहित कुमार जैन ने बताया कि महाविद्यालय के शिक्षकों द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा है कि प्रबंधन समिति द्वारा कर्मचारियों को राज्य सरकार के दैनिक भुगतान से भी कम का भुगतान किया जा रहा है जिसके एवज में वर्तमान में महाविद्यालय में विभिन्न पदों पर कार्यरत प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों को दिया जाने वाला अधिकतम व न्यूनतम भुगतान राजस्थान में स्थित समस्त निजी संस्थानों में सबसे अधिक है। वर्तमान में महाविद्यालय में कार्यरत आचार्य को 85490, सह आचार्य को 67292, सहायक आचार्य को 30539, एलडीसी को 9806, प्रयोगशाला सहायक को 11795, चतुर्थ श्रेणी को 8668, तकनीकी सहायक को 24020 व डेमोन्सटे्रटर को 31488 रूपये का न्यूनतम भुगतान दिया जा रहा हैं।