14 स्वप्न अवतरण के साथ भगवान का पालना झुलाया
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। कायलाना रोड़ स्थित संबोधि धाम में ऑनलाइन प्रसारण के तहत पर्युषण पर्व के अवसर पर संंत चन्द्रप्रभ सागर महाराज के सान्निध्य में महावीर जन्मोत्सव मनाया गया। सभी ने महावीर भगवान के जयकारे लगाते हुए उनके मनोहारी झूले को झुलाया। इस अवसर पर माता त्रिशला द्वारा देखे गए 14 स्वप्नों का अवतरण किया गया जिन्हें नाचते-झूमते हुए बधाया गया और सबको दर्शन करवाया गया। इस अवसर पर माता त्रिशला द्वारा देखे गए चौदह स्वप्न-शेर, हाथी, वृषभ, लक्ष्मी, पुष्पमाला, चन्द्र, सूर्य, ध्वज, कुम्भ, पद्म सरोवर, क्षीरसागर, देवविमान, रत्न राशि और अग्निशिखा को दर्शन करवाने का लाभ क्रमश: हनुमान प्रसाद चौहान, रतनकंवर श्रीश्रीमाल, उषा सम्पत जैन, चन्द्रकला भंसाली, कमल सोनी, वीरेन्द्र मुणोत, कमला जैन, अनिता मेहता, कैलाश भंसाली, दीपक ललवाणी, प्रवीण मेहता, देवेन्द्र गेलड़ा, नवरतन मानधना, दीपचंद ललवाणी परिवार ने लिया। भगवान का पालना झुलाने का लाभ दीपचंद ललवाणी परिवार को मिला। इस दौरान भगवान की प्रसादी वितरित करने का सौभाग्य प्रकाश बोहरा एवं अशोक बोहरा परिवार ने लिया। इस अवसर पर संतप्रवर ने कहा कि भारत की धरती का यह सौभाग्य है कि यहां पर महावीर जैसे महापुरुषों ने जन्म लिया। महावीर ने व्यसन मुक्त, अहिंसक और स्वस्थ समाज की रचना की। वे भारतीयता, मानवता और नैतिकता की सर्वोच्च पहचान है। उनका जीवन और संदेश आज भी मानव समाज को प्रकाश की राह दिखा रहे हैं। जातिवाद, हिंसक युद्ध, यज्ञ में बलि, नारी अत्याचारों का विरोध कर महावीर ने उज्जवल भविष्य की नींव रखी। उनके अहिंसा, शांति, सहिष्णुता, संयम, नरमाई और भाईचारा जैसे सिद्धान्तों को अपनाकर हम परिवार-समाज और विश्व में स्वर्ग का निर्माण कर सकते हैं। मंच संचालन अशोक दफ्तरी और आभार स्वरूपचदं बच्छावत ने दिया।