शायरा रेणु वर्मा सृजन साहित्य सम्मान से सम्मानित
जोधपुर । सृजन सेवा संस्थान, श्रीगंगानगर की ओर से आयोजित “लेखक से मिलिए” कार्यक्रम में जोधपुर की शायरा रेणु वर्मा को आमंत्रित एवं सम्मानित किया गया।महाराजा अग्रसेन विद्या मंदिर स्कूल , श्रीगंगानगर के सभागार में आयोजित कार्यक्रम “लेखक से मिलिए ” के प्रारम्भ में शायरा रेणु वर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि किसी भी विषय में गंभीर होने के लिए धैर्य और सहनशीलता की आवश्यकता होती है और जिसमें मेरा मानना है कि तुलनात्मक रूप से एक पुरुष की अपेक्षा एक स्त्री में यह अधिक देखी जा सकती है।उन्होंने अपनी सृजन यात्रा पर बात करते हुए कहा कि शायरी में वर्षो तक उस्ताद से सीखा जाता है तब कहीं जाकर शायरी में निखार आता है और मैं बेहद खुशकिस्मत हूँ कि मुझे बेहतरीन उस्तादों का सान्निध्य प्राप्त हुआ।कार्यक्रम में रेणु वर्मा ने उसे सूरज कहा है हर किसी ने, मुझे तो रौशनी देता नहीं है। वही इक आदमी था उन सभी में, जिसे पागल बताया जा रहा है। जैसी नज़्मों , ग़ज़लों और अशआर से समां बांधा।कार्यक्रम अध्यक्ष मीनू पूनिया, विशिष्ट अतिथि आशीष अरोड़ा, सृजन के संरक्षक विजयकुमार गोयल एवं अध्यक्ष अरुण शहैरिया ‘ताइर’ ने रेणु वर्मा को उनकी साहित्यिक सेवाओं के लिए शॉल ओढ़ाकर, सम्मान प्रतीक एवं पुस्तक भेंट कर सृजन साहित्य सम्मान से सम्मानित किया। साहित्यकार सुषमा गुप्ता ने रेणु वर्मा का परिचय दिया। मंच संचालन डॉ. संदेश त्यागी ने किया। कार्यक्रम में विजयकुमार गोयल, रमेशचंद्र गुप्ता, भूपेंद्रसिंह, द्वारका प्रसाद नागपाल, डॉ. ओपी वैश्य, मनीराम सेतिया, राजेश वेदी, राजू गोस्वामी, सत्य पी., दौलतराम अनपढ़, अरुण खामख्वाह, अरुण शर्मा, बनवारीलाल शर्मा, बनवारीलाल बन्नी, शशि शर्मा, रवि सरावगी, मीनाक्षी आहुजा, ऋतुसिंह, रमेश कुक्कड़, अमित चावला, कृष्णकुमार आशु, राजकुमार जिंदल सहित बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी मौजूद थे।