भारतीय वायुसेना ने चीन को दी मात – बनी दुनिया की तीसरी सबसे ताकतवर वायुसेना
डब्ल्यूडीएमएमए (World Directory of Modern Military Aircraft) की नवीनतम रिपोर्ट में भारत ने चीन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे शक्तिशाली वायुसेना का दर्जा प्राप्त किया है।
अमेरिका और रूस पहले दो स्थानों पर हैं, जबकि भारतीय वायुसेना (IAF) ने अपनी तकनीकी दक्षता, साहस, और रणनीतिक क्षमता से चीन को पछाड़ कर तीसरा स्थान हासिल किया है।
“जहाँ गगन झुके तिरंगे के आगे,
वहीं उड़ते हैं भारत के बाज़ सुहाने।” 🇮🇳
ऑपरेशन ‘सिंदूर’ में गूँजी भारत की शौर्य गाथा
हाल ही में संपन्न ऑपरेशन सिंदूर ने भारतीय वायुसेना की तत्परता और उत्कृष्ट युद्ध कौशल को एक बार फिर सिद्ध कर दिया।
कठिन परिस्थितियों में भी मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम देकर भारतीय वायुसेना ने यह दिखा दिया कि –
“आसमान अब भी उनका है जो हौसले से उड़ना जानते हैं।”
इस ऑपरेशन में न केवल पुरुष सैनिकों ने अपनी वीरता दिखाई, बल्कि भारतीय वायुसेना की नारी शक्ति ने भी असाधारण साहस, धैर्य और नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन किया।
“हवा से बातें करती वो हिम्मत की मिसाल है,
आसमान को छू ले जो – वो भारत की महिला कमाल है।”
नारी शक्ति: आकाश की नई दिशा
विंग कमांडर, फ्लाइट लेफ्टिनेंट, और पायलट पदों पर कार्यरत भारतीय महिलाएँ आज राष्ट्र की रक्षा में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं।
उन्होंने यह साबित कर दिया कि “अब सीमाएँ केवल जमीन की नहीं, हौसले की होती हैं।”
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान महिला पायलटों ने न केवल मिशन में भाग लिया, बल्कि नेतृत्व कर सफलता की नई मिसाल कायम की –
“जहाँ हौसले बुलंद हों, वहाँ मंज़िलें झुक जाती हैं,
ये वायुसेना है जनाब, यहाँ किस्मत नहीं – काबिलियत उड़ान भरती है।”
भारतीय वायुसेना का यह सम्मान केवल उसकी सैन्य क्षमता का नहीं, बल्कि उन वीरों और वीरांगनाओं का भी प्रतीक है जिन्होंने अपने पराक्रम से भारत का नाम विश्व में ऊँचा किया है।
आज पूरा देश गर्व से कह सकता है ।
“भारत की धरती से जो उड़ान भरती है,
वो सिर्फ विमान नहीं, वो वीरता की पहचान भरती है।” 🇮🇳