अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर हुआ जिला स्तरीय समारोह
18 गांवों की 350 किशोरियों ने लिया हिस्सा
जोधपुर। अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर महिला अधिकारिता एवं वर्ल्ड विजय इंडिया जोधपुर के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को हनुमान वाटिका बनाड़ परिसर में जिला स्तरीय समारोह आयोजित हुआ।
लिंग आधारित भेदभाव के प्रति किया जागरुक
कार्यक्रम में जिले के 18 गांव की 350 किशोरियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में बालिकाओं के जेण्डर के आधार पर होने वाले भेदभाव, जिसमें शिक्षा तक पहुंच, पोषण, कानूनी अधिकार, चिकित्सा देखभाल, भेदभाव से सुरक्षा, महिलाओं के खिलाफ हिंसा और बाल विवाह जैसे अन्य मुद्दो पर लैंगिक समानता को बढ़ाने एवं जनसमुदाय में जागरूकता के लिए जिला, ब्लॉक एवं ग्राम पंचायत स्तर पर अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया।
सभी 21 ब्लॉक के 630 प्रतिभागी रही शामिल
महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक श्री फरसाराम विश्नोई ने बताया कि जिले के समस्त 21 ब्लॉक में अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमे कुल 630 प्रतिभागियों ने भाग लिया एवं ग्राम पंचायत स्तर पर 598 ग्राम पंचायतों में साथिनों द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में बेटी जन्मोत्सव, बधाई संदेश, बेबी किट वितरण, बीबीबीपी शपथ, पौधा वितरण, बालिकाओं के संरक्षण एवं सुरक्षा के लिए संचालित विभागीय योजनाओं की जानकारी एवं बालिकाओं के लिए खेल प्रतियोगिताओ का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली बालिकाओं को पुरस्कृत कर प्रोत्साहित किया गया।
प्रतियोगिताओं, रैली व हस्ताक्षर अभियान ने किया प्रेरित
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम में किशोरियों के लिए पोस्टर, मेहन्दी, म्युजिकल चेयर, भाषण, सांस्कृतिक प्रस्तुति व प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। साथ ही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनान्तर्गत बाल विवाह निषेध, शिक्षा पोषण आदि के प्रति जागरूकता के लिए रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया तथा कार्यक्रम के दौरान जागरूकता के लिए हस्ताक्षर अभियान का भी शुभारम्भ किया गया।
कार्यक्रम में बनाड उपसरपंच श्रीमती गीता देवी, जिला कार्यक्रम समन्वयक वर्ल्ड विजन इण्डिया, श्री जितेन्द्र गोरे, सृष्टि सेवा समिति के श्री दुर्गालाल, प्रबन्धक इन्दिरा महिला शक्ति केन्द्र जोधपुर श्रीमती राधा गौड़, साथिन बनाड श्रीमती हेमलता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहायोगिनी अन्य ग्रामीण महिला एवं पुरुष उपस्थित रहे।