जिला कलक्टर आशीष मोदी ने किया जिले का दौरा
- चिकित्सा संस्थानों का औचक निरीक्षण कर जानी जमीनी हकीकत,
- संस्थागत प्रसव पर दिया जोर, ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर चिकित्सा सेवाएं देने का आह्वान,
- प्रसूताओं के घर पहुंचकर ली जानकारी, कारण पूछा – स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रसूति क्यों नहीं करवाई
जैसलमेर।जिला कलक्टर आशीष मोदी ने शनिवार को जैसलमेर जिले के ग्रामीण अंचलों का व्यापक दौरा किया और इस दौरान विभिन्न चिकित्सा संस्थाओं का आकस्मिक निरीक्षण कर चिकित्सा सेवाओं की जानकारी ली तथा कोविड वैक्सीनेशन से संबंधित प्रबन्धों की तैयारियों का अवलोकन किया तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिला कलक्टर मोदी ने जिले के सांगड़, फतेहगढ़, रणथा,कोहरा, कुण्डा,देवड़ा, झिनझिनयाली, चेलक आदि गांवों का दौरा किया और चिकित्सा संस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान कोविड वैक्सीनेशन के लिए की गई तैयारियों के साथ ही चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित गतिविधियों, समस्याओं आदि के बारे में भी जानकारी ली। इस दौरान जिला कलक्टर ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा सब सेंटर आदि में उपलब्ध दवाइयों, स्टाफ, उपकरणों, कोविड संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के प्रयासों, निःशुल्क दवा योजना सहित विभागीय योजनाओं आदि के बारे में संबंधित चिकित्सा अधिकारियों एवं स्टाफ से जानकारी ली। उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्रों में ईलाज के लिए आए तथा भर्ती मरीजों से बातचीत की और अस्पताल की सुविधाओं तथा सेवाओं, दवाइयों की उपलब्धता, जांच कार्य आदि के बारे में भी जानकारी ली।
रणथा की एएनएम की सराहना
जिला कलक्टर आशीष मोदी ने जिले के रणथा स्थित सब सेंटर में एएनएम द्वारा कराए जा संस्थागत प्रसव की उपलब्धियों पर सराहना की और कहा कि सब सेंटर की जरूरतों को पूरा करने का काम प्राथमिकता से किया जाएगा। उन्होंने रणथा सब सेंटर में डिलीवरी से संबंधित सुविधा का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से चर्चा कर समस्याएं जानी तथा इनके निराकरण के लिए निर्देश दिए।
प्रसूताओं के घरों में पहुंच कर रूबरू हुए हकीकत से
जिला कलक्टर ने इस दौरान सभी स्थानों पर संस्थागत प्रसव पर जोर दिया और कहा कि इसके लिए विशेष जागरुकता के साथ प्रयास किए जाने चाहिएं ताकि सुरक्षित प्रसव हो सके। ग्रामीण क्षेत्रों में संस्थागत प्रसव की जमीनी हकीकत से रूबरू होने जिला कलक्टर कोहरा, कुण्डा, देवड़ा आकदि गांवों में उन परिवारों के घर पहुंचे, जिनके यहां हाल ही डिलीवरी हुई है और इन लोगों ने स्वास्थ्य केन्द्रों की बजाय घर पर ही डिलीवरी कराई। जिला कलक्टर ने इनके परिवारजनों से चर्चा की और संस्थागत डिलीवरी नहीं कराने का कारण पूछा और कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्र में डिलीवरी क्यों नहीं कराई। जिला कलक्टर ने दौरे के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए और कहा कि जिले में संस्थागत प्रसव कराने पर जोर दिया जाए और बारे में ग्राम्यस्तरीय विभागीय स्टाफ को पाबंद किया जाए। जिला कलक्टर ने जिले के भ्रमण के दौरान विभिन्न स्थानों पर ग्रामीणों से क्षेत्रीय सम सामयिक हालातों के बारे में भी जानकारी ली और समस्याएं सुनी तथा समाधान का आश्वासन दिया। फतेहगढ़ एवं अन्य स्थानों पर जिला कलक्टर ने ठण्ड से बचाव के लिए निर्धनतम जरूरतमन्द परिवारों को कम्बल वितरण किए।
सप्ताह भर में कराएं इन कामों को
जिला कलक्टर ने भ्रमण व निरीक्षण के दौरान सामने आयी समस्याओं और कमियों का निस्तारण सात दिन के भीतर कर लिए जाने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने फतेहगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचने के लिए मुख्य मार्ग से केन्द्र तक रास्ते को ठीक कराने, चेलक के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्टाफ क्वार्टर्स के प्रस्ताव लेने, रणधा सब सेंटर में पानी की व्यवस्था के लिए नल कनेक्शन कराने के निर्देश विकास अधिकारी को दिए और कहा कि सात दिन के भीतर ये सभी कार्य हो जाने चाहिएं। ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि सात दिन के भीतर रणधा सब सेंटर में इन्वर्टर लगवाएं। झिनझिनयाली प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में चारदीवारी निर्माण कार्य के प्रस्ताव तैयार करने को भी कहा।
विभागीय अधिकारियों ने दी जानकारी
जिला कलक्टर के भ्रमण के दौरान ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेन्द्र पालीवाल, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कुणाल साहू, यूएनएफपी के जिला समन्वयक परमसुख सैनी, जिला आशा समन्वयक देवराज आदि ने विभागीय गतिविधियों पर जानकारी दी और निरीक्षण कराया।
प्रसव पूर्व जांच एवं संस्थागत प्रसव के लिए की चर्चा
जिला कलक्टर ने विभिन्न स्थानों पर आशाओं, ग्रामीण महिलाओं आदि से चर्चा की और कहा कि संस्थागत प्रसव तथा प्रसव पूर्व जांच कराने के प्रति गंभीर रहें तथा अपने क्षेत्र की महिलाओं को इस बारे में जागरुक करें। उन्होंने कहा कि होम डिलीवरी की बजाय संस्थागत प्रसव कराएं ताकि सुरक्षित प्रसव हो सके। इसके लिए सरकार द्वारा वाहनों तथा जननी सुरक्षा योजना में लाभान्वित करने की व्यवस्था है। उन्होंने प्रसूति पूर्व जांचों से संबंधित दस्तावेजों तथा ममता कार्ड्स का निरीक्षण भी किया। उल्लेखनीय है कि हर माह की 9 तारीख प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस के रूप में निर्धारित है और इसी संदर्भ में जिला कलक्टर का अहम् दौरा कई मायनों में महत्वपूर्ण है।