मेले की तैयारियों को अंतिम रूप देने को लेकर हुई बैठक

पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 2024 

15 से अधिक समितियों का किया गठन

जोधपुर। जिला प्रशासन,जिला उद्योग केंद्र,उद्योग   प्रोत्साहन संस्थान एवं लघु उद्योग भारती के संयुक्त तत्तावधान में आगामी 24 जनवरी को शहर के रावण का चबूतरा मैदान में आयोजित होने वाले पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 2024 की तैयारी को अंतिम रूप देने के लिए लेकर लघु उद्योग भारती भवन में शुक्रवार को विभिन्न औद्योगिक संगठन, जिला प्रशासन, जिला उद्योग केंद्र और आयोजन समितियों के सदस्यों की संयुक्त बैठक आयोजित की गई। 

बैठक में मेले को भव्य और दिव्य स्वरूप देने पर विचार विमर्श किया गया। पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प 2024 के मुख्य संयोजक श्री घनश्याम ओझा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि यह मेला हम सभी का मेला है और हमारा प्रयास है कि इस मेले के माध्यम से पश्चिमी राजस्थान के उद्योगों को इसका अधिक से अधिक लाभ मिले। उन्होंने कहा कि हमारे कई ऐसे छोटे-छोटे आर्टिजन है जिन्हें मार्केट उपलब्ध नहीं हो पता है और वह अपने उत्पादों का बाजारीकरण नहीं कर पाते हैं। इस मेले के माध्यम से उन छोटे-छोटे आर्टिजन को प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। 

उन्होंने कहा कि यह मेला भारतीयता और राममयी थीम पर आधारित किया गया है। हमारे संस्कारों और संस्कृति को ध्यान में रखते हुए मेले को किस तरह से भव्य और दिव्य बनाया जा सकता है इसको लेकर प्रयास किया जा रहे हैं।

श्री ओझा ने कहा कि इस बार मेले में अनावश्यक खर्च को बचाते हुए मेले में आने वाले उद्यमियों को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। मेले के मुख्य समन्वयक श्री महावीर चोपड़ा ने बताया कि मेले के सफल आयोजन के लिए विभिन्न समितियां का गठन किया गया है और सभी समितियां अपने-अपने कार्यों को लगभग पूरा कर चुकी है। 

श्री चोपड़ा ने बताया कि मेले में इस बार कई ऐसे नवाचार किया जा रहे हैं जो जोधपुर शहर ही नहीं बल्कि पूरे मारवाड़ के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र होंगे। 

मेला आयोजन समिति के स्वागत कमेटी के उपाध्यक्ष श्री निर्मल गहलोत ने मेले के दौरान सफाई व्यवस्था और फूड क्वालिटी पर विशेष ध्यान रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान जो सेमिनार आयोजित किए जाते हैं वह बहुत ही विशेष विषयों पर केंद्रित होते हैं इसलिए सेमिनार में अधिक से अधिक उद्योगों की उपस्थिति हो, यह प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। 

 जिला प्रशासन नोडल एजेंसी के साथ मिलकर मेला बनाएगा यादगार 

अतिरिक्त जिला कलेक्टर श्री चंपालाल जीनगर में बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जिला प्रशासन, जिला उद्योग केंद्र और लघु उद्योग भारती मिलकर इस मेले को यादगार बनाने के लिए प्रयास कर रही है। यह मेला सभी मनको पर खरा उतरता है और इस बार कई नवाचार भी किया जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार को जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में एक आवश्यक बैठक आयोजित की जाएगी , जिसमें सभी संबंधित विभागों के अधिकारी सम्मिलित होंगे और मेले को लेकर उन्हें दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे। 

जिला उद्योग केंद्र की डिप्टी कमिश्नर श्रीमती पूजा मेहरा सुराणा ने बताया कि 1990 में बीटूसी प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने के लिए यह मेला शुरू किया गया था और आज यह मेला इतना भव्य और विशाल हो चुका है कि पूरे वर्ष लोगों को इस मेले का इंतजार रहता है। 

उन्होंने कहा कि लघु उद्योग भारती के और से मेले के आयोजन को लेकर पूरी पारदर्शिता के साथ कार्य किया जा राजा है जो सभी के लिए एक अनुकरणीय पहल है। उन्होंने सभी उद्यमियों से भी अपील की कि वह मेले में आयोजित होने वाले विभिन्न सेमिनारों में शिरकत कर इसका अधिक से अधिक लाभ उठाए। 

बैठक के दौरान विभिन्न समितियां के पदाधिकारियों ने अपनी ओर से की गई तैयारी के संबंध में अपना प्रस्तुतिकरण दिया।

 बैठक को जोधपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री एनके जैन, मारवाड़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के श्री माधोसिंह भंडारी ने भी संबोधित किया।

 इन कमेटियों का किया गया गठन 

मेले के सफल आयोजन को लेकर लगभग 15 से अधिक समितियां का गठन किया गया है जिसमें आयोजन कमेटी, एक्जीक्यूटिव कमेटी, स्वागत कमेटी, पैटर्न कमेटी, वित्त कमेटी,स्टॉल अलॉटमेंट कमेटी,सेंट्रल पंडाल कमेटी , स्टोन माइंस नेचुरल रिसोर्स कमेटी, कॉन्फ्रेंस एंड सेमिनार कमेटी, प्रतियोगिताएं कमेटी मारवाड़ी प्रतियोगिता, प्रचार प्रसार कमेटी, इंफ्रा मैनेजमेंट कमेटी, सुरक्षा कमेटी, सांस्कृतिक कमेटी, इन्विटेशन कमेटी, फूड कोर्ट आवास व्यवस्था कमेटी का गठन किया गया है।

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