15 इंटर रिवर लिंक्स की डीपीआर राज्यों के साथ साझा की : शेखावत
जोधपुर आए असम के पत्रकारों से रूबरू हुए केंद्रीय जलशक्ति मंत्री
बोले, देश में नदी जोड़ो परियोजना को लेकर हो रहे कार्य
कहा, दिसंबर 2024 तक जल जीवन मिशन का टारगेट पूरा होगा
जोधपुर। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि नदी जोड़ो परियोजना को लेकर राज्यों के बीच सहमति बनाने की दिशा में कार्य हो रहा है। 15 लिंक प्रोजेक्ट्स की डीपीआर बनाकर राज्यों को भेजी जा चुकी है। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच केन व बेतवा नदी को जोड़ने के लिए समझौता हो चुका है, जिस पर जल्द कार्य प्रारंभ होगा।
शेखावत रविवार को भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सौजन्य से विकसित भारत यात्रा की गतिविधियों से रूबरू होने के लिए असम पत्रकारों के दल से बातचीत कर रहे थे। नदी जोड़ो परियोजना की चर्चा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश के 15-16 प्रतिशत हिस्से में हर साल बाढ़ आती है और इतने ही हिस्से में सूखा पड़ता है। स्वर्गीय अटल जी का सपना था कि हमें नदियों को जोड़कर एक ग्रिड बनाना चाहिए। इस दिशा में कमेटी बनी थी। जिसने इंटर बेसिन ट्रांसफर यानी जहां ज्यादा पानी है, वहां से कम जल वाले क्षेत्र में पानी पहुंचाया जाए। कमेटी ने 31 ऐसे इंटर रिवर लिंक्स चिह्नित किए। उनमें से 15 से ज्यादा में डीपीआर बनाई है और जो राज्यों के साथ साझा की हैं। राज्य इस संदर्भ में सहमति बनाएं।
शेखावत ने कहा कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश ने केन व बेतवा नदी को जोड़ने का समझौता किया है। प्रधानमंत्री मोदी जी के आशीर्वाद से 40,000 करोड़ से ज्यादा की योजना को मूर्तरूप देने की दिशा में कार्य प्रारंभ हो गया है। आने वाले समय में शीघ्र उस पर काम प्रारंभ होगा। उन्होंने कहा कि कुछ और लिंक राजस्थान व मध्य प्रदेश के बीच में भी हैं। दक्षिण भारत में भी कुछ लिंक्स हैं, जो बिल्कुल परिपक्व स्थिति में हैं। निरंतर प्रयास कर रहे हैं कि उन पर सहमति बन जाए। एक बार सहमति बन जाने के बाद निश्चित ही इस दिशा में और अधिक काम होगा।
जल जीवन मिशन को लेकर पूछे सवाल पर शेखावत ने कहा कि हमने राज्यों के साथ मिलकर एक गाइडलाइन बनाई है। उसके अनुरूप दिसंबर 2019 से कार्य प्रारंभ हुआ। आज मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि दो साल कोविड की चुनौतियों के बावजूद 3 करोड़ से बढ़कर 14 करोड़ ग्रामीण घरों तक नल से जल पहुंचाने में हमने सफलता प्राप्त की है। 16.80% से बढ़कर 72.78% घरों तक पीने का पानी पहुंचने लगा है। राजस्थान के परिपेक्ष में शेखावत ने कहा कि राज्य को अधिक संसाधन उपलब्ध कराए गए। राजस्थान में जब काम शुरू हुआ था, तब 11% घरों में नल से जल पहुंचता था, लेकिन जिस तरह की प्रगति राजस्थान में होनी चाहिए, वह पिछले 5 साल में नहीं हो पाई, जिसके चलते हुए आज राज्य में प्रगति के दृष्टिकोण से नीचे से तीसरे पायदान पर है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में सरकार बदली है तो नई सरकार प्राथमिकता के साथ पीने के पानी अतिशीघ्र उपलब्ध कराए। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि दिसंबर 2024 तक यह योजना पूरी होने के साथ हम राजस्थान में भी बड़ी प्रगति देखेंगे।
विकसित भारत संकल्प यात्रा को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जो योजनाएं प्रधानमंत्री मोदी जी ने लोक कल्याण और गरीबों का जीवन बेहतर बनाने के लिए शुरू की हैं, उन योजना को हम धरातल पर उतारें। अगर कहीं कोई पात्र व्यक्ति राजनीतिक विद्वेष, सरकार के अधिकारियों के अकर्ण्यता के चलते या किसी और कारण से लाभ नहीं ले पाया है तो ऐसे व्यक्ति का हम विकसित भारत संकल्प यात्रा में रजिस्ट्रेशन कराकर उसे लाभ दिला रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में देश विकसित होने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। हम 2047 तक देश को विकसित बनाएंगे, ऐसा हमारा संकल्प है। शेखावत ने असम के विविध मीडिया हाऊस से साथियों का राजस्थान की धरा पर स्वागत अभिनंदन भी किया।