भारतीय संविधान ही अंतिम व्यक्ति को सक्षम बनायेगा : प्रो मीना
भारतीय संविधान पर चर्चा, छात्राओं ने जानी संविधान निर्माण की प्रक्रिया
जोधपुर। जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर के अंबेडकर अध्ययन केंद्र व लोक प्रशासन विभाग द्वारा शुरू किये गये संविधान आपके द्वार के तहत राजकीय कन्या महाविद्यालय तिंवरी मथानिया में कार्यक्रम का आयोजन किया गया । प्राचार्य डॉ भैराराम बेनीवाल ने शुरुआत में स्वागत भाषण दिया। इसके साथ ही उन्होंने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला।
विश्वविद्यालय के आदिवासी अध्ययन केंद्र के निदेशक व सह आचार्य डॉ कुलदीप मीना ने अपने उद्बोधन में संविधान के अध्ययन की महत्ता पर प्रकाश डाला। उनके अनुसार संविधान की जानकारी हमारी कई सामाजिक समस्याएँ कम कर सकती है। उनके अनुसार संविधान ही अंतिम व्यक्ति को सक्षम बनाता है। उन्होंने संविधान आपके द्वार कार्यक्रम को संवैधानिक जागरूकता की दिशा में मील का पत्थर बताते हुए उसे अधिकाधिक जनोन्मुखी बनाने पर बल दिया।
अंबेडकर अध्ययन केंद्र के निदेशक डॉ दिनेश गहलोत ने भारतीय संविधान के निर्माण प्रक्रिया को उल्लेखित करते हुए संविधान के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने भारतीय राजनीति के समसामयिक मुद्दों पर छात्राओं की भ्रांतियों को भी दूर किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में संविधान की प्रस्तावना व अंत में मूल कर्तव्य का वाचन किया गया। इस अवसर पर डॉ राजूराम बांता, डॉ इन्दु देवल, डॉ नेहा गहलोत भी उपस्थित थे।