शिया समाज ने आयोजित की मजलिस
जोधपुर। पैग़म्बर मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन की शहादत के अवसर पर शिया मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मानवता के लिए अहिंसात्मक तरीक़े से उनकी शहादत को याद करते हुए अन्जुमने-हुसैनी के तत्वावधान में शिप हाउस स्थित हैदर रज़ा की इमाम बारगाह बैत उर रज़ा में मजलिस का आयोजन किया।
इस अवसर पर शिया धर्मगुरु ज़ुहैर अब्बास रिज़वी ने कहा कि अज्ञानता ही हर कठिनाई की जड़ है इसलिए ज्ञान हासिल किया जाए। उन्होंने ये भी कहा कि इमाम हुसैन का बलिदान सिफऱ् इस्लाम और उसके अनुयायियों के लिए बल्कि पूरे विश्व और मानव जाति के लिए है। अन्जुमने-हुसैनी के अध्यक्ष अशफ़ाक़ हुसैन आबिदी ने कहा कि अन्जुमन हर वर्ष मोहर्रम के अवसर पर इमाम हुसैन की शहादत और उनके इन्सानियत के कल्याण के लिए दिए गए संदेशों को याद और आत्मसात करने के उद्देश्य से दस दिन तक मजलिसों का आयोजन करती है जिसका समापन मोहर्रम को शामे-गऱीबां की मजलिस से होता है।
इस अवसर पर क़ैसर अब्बास, राजा रिज़वी, इन्तज़ार जाफऱी, साहिल ने इमाम हुसैन की कठिनाइयों को याद करते हुए मर्सिए पढ़े। इसके अलावा सरकार हुसैन रिज़वी, शबीब, शौजफ़़, अज़ान, अली और हसनैन ने मनक़बत और सलाम पेश किए। इसी क्रम में शाने हैदर, मेराज, अज़ान और जावेद ने नौहेख़्वानी की और इमाम हुसैन की याद में मातम किया। मजलिस के अन्त में अन्जुमने-हुसैनी द्वारा सभी अज़ादारों को तबर्रूक वितरित किया गया। अन्जुमन की ओर से शब्बर आग़ा और सरताज हुसैन ने धन्यवाद ज्ञापित किया।