जिला कलक्टर अंश दीप की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई
पाली। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के निर्देशों की क्रियान्विति की समीक्षा बैठक जिला कलक्टर अंश दीप की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक में जिला कलक्टर अंश दीप ने कहा कि नदी क्षेत्र में जिन फैक्ट्रियों की पानी निकासी है उनकी संघन जांच की जाए जहां कहीं भी लेगे इन फैक्ट्रियों से नदी में केमिक्लयुक्त पानी डाला गया है तो उनकी पहचान कर तो उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। आउटलेट से पानी छोडने वाली फैक्ट्रियों की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी भी करवाई जाए। मण्डिया रोड़ से पुनायता तक औद्योगिक क्षेत्र में स्थित फैक्ट्रियों पर विशेष निगरानी रखते हुए नाॅम्स की अवहेलना करने वाली फैक्ट्रियों के संचालकों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जाए। उन्होंने कहा कि पाली में जल प्रदूषण को रोकने के लिए दो समितियों का गठन किया गया है। वे निरंतर इन क्षेत्रों की जांच कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
उन्होंने कहा कि नगर परिषद की नालियों में से होकर केमिकल युक्त पानी एसटीपी में न गिरे इसके लिए संबंधित विभाग कार्यवाही करें। नाले में बह रहे पानी का सैम्पल लेकर उसकी जांच करवाई जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि यह पानी कैमिकल युक्त नहीं है। बिना कैमिकल युक्त पानी ही एसटीपी में लिया जाए। कैमिकल वेस्ट जहां से भी आ रहा है उस स्थान को चयनित कर दोषी व्यक्ति के विरूद्ध कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि फेज प्रथम व द्वितीय में पानी आने की वजह नहीं है केवल नदी के पास स्थित उद्योगों से ही नदी में रसायन युक्त पानी गिरता है। उन्होंने परिवहन अधिकारियों को निर्देश दिए किए कि वे इन क्षेत्रों में दल नियुक्त कर निगरानी बढ़ाए तथा प्लांट नम्बर दो के पास से नदी में टैंकर खाली करने के कारण उस रास्तें को बंद किया जाए। एलएनटी इस रास्ते पर मलबा डालकर रास्ते को पाटे ताकि अवैध टैंकर कैमिकल युक्त पानी नदी में नहीं डाल सके। उन्होंने पुलिस उप अधीक्षक को टैंकर का रूटचार्ट बनाकर उसी रास्ते से टैंकर आवागमन की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। जवडिया व गिरादडा के पास भी नदी में पानी डाले जाने की शिकायतें प्राप्त हो रही है।
उन्होंने कहा कि पाली शहर में रहवासी क्षेत्रों में चल रही अवैध औद्योगिक इकाईयों के बिजली, पानी कनेक्शन पूर्व में काटे गए वह वापस न जुडे। रहवासी क्षेत्र में वाणिज्यिक गतिविधि करने वालों के विरूद्ध नगर परिषद कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि कृषि, चिकित्सा, जलदाय विभाग एनजीटी के निर्देशों के अनुरूप कैम्प चिन्हित क्षेत्र में आयोजित कर ग्रामीणों को लाभांवित करें। उन्होंने जीएलडी के अपग्रेडेशन, स्काडा व फ्लोमीटर एवं सीसीटीवी कैमरों के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की।
उपखण्ड अधिकारी उत्सव कौशल ने प्रदूषित पानी से वायु प्रदूषण की रोकथाम से संबंध में आवश्यक उपाय करने के निर्देश देते हुए कहा कि नगर परिषद के नालों में कैमिकल युक्त पानी मिलकर एसटीपी में गिर रहा है। एसटीपी में पानी के पुर्न उपयोग के लिए पानी की मात्रा बढ़ाने के लिए योजनान्तर्गत पेयजल व सीवरेज के कनेक्शन लक्ष्य के अनुसार करने की कार्यवाही करें।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर चन्द्रभानसिंह भाटी, उप अधीक्षक पुलिस श्रवण कुमार संत, रिको के पी.के. गुप्ता, रूडिप के के.के. अग्रवाल, प्रदूषण नियंत्रण मंडल के दीपक ओझा, डीटीओ राजेन्द्र दवे, सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी वेद प्रकाश आशिया, कृषि विभाग के प्रभात रंजन, तहसीलदार पंकज जैन, डिस्काॅम के मनीष माथुर, नगर परिषद के सुखराम चौधरी, सीईटीपी के अरूण जैन सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।