दूसरे दिन भी नहीं मिला फरार मुल्जिम
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। पुलिस स्टेशन प्रतापनगर के बगल में स्थित ईएसआई अस्पताल से फरार चोरी के आरोपी का आज दूसरे दिन भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा। उसे यहां कोरोना जांच के लिए लाया गया था। वह लघुशंका के बहाने शौचालय जा रहा था लेकिन बीच में ही कांस्टेबल को धक्का देकर फरार हो गया। तलाश में नाकाबंदी कराई गई, लेकिन आरोपी का अब तक पता नहीं लग सका है। उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। रिपोर्ट आने के बाद उसे जेल भिजवाया जाना था, लेकिन पहले ही वह फरार हो गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील के.पंवार ने बताया कि नागौर जिले में खींवसर थानान्तर्गत पांचला सिद्धा गांव निवासी रामपाल बिश्नोई को गत 5 अगस्त को भोजासर थाना पुलिस ने आऊ कस्बे की दुकान में चोरी के मामले में गिरफ्तार किया था। उसके साथ जैसला गांव निवासी सुनील बिश्नोई को भी पकड़ा गया था। जांच के बाद दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए गए। आरोपियों की कोविड-19 की जांच के लिए शुक्रवार को नोडल अस्पताल ईएसआई अस्पताल लाया गया, जहां दोनों की सैम्पलिंग करवाई गई। रिपोर्ट न आने पर उन्हें अस्पताल के बंदी वार्ड में बंद कर दिया गया था। उनकी सुरक्षा के लिए ग्रामीण पुलिस लाइन से हेड कांस्टेबल निम्बाराम, कांस्टेबल मनोहर, महेन्द्र व कानसिंह को बतौर गार्ड तैनात किया गया था। इस बीच सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे आरोपी रामपाल ने लघुशंका करने की आवश्यकता जताई। कांस्टेबल उसे कुछ दूरी पर शौचालय ले जाने लगा। तब मौका पाकर उसने कांस्टेबल को धक्का दिया और अस्पताल से भाग गया। सिपाही ने पीछा कर पकडऩे का प्रयास किया, लेकिन वह हाथ नहीं आया। कुछ देर अपने स्तर पर तलाश के बाद सिपाहियों ने पड़ोस में थाने को सूचना दी। इसके बाद उसकी तलाश में नाकाबंदी करवाई गई। आरोपी की तलाश में पुलिस ने शहर से बाहर निकलने वाले स्थानों पर जांच कराई। नजदीक स्थित बस स्टैण्ड, रोडवेज के बस स्टैण्ड और रेलवे स्टेशन पर तलाशी ली लेकिन आरोपी रामपाल का पता नहीं चल पाया। पुलिस को अंदेशा है कि वह सूरसागर से घोड़ा घाटी होकर पीटीएस के पीछे स्थित पहाडिय़ों में भागा।