जिला कलक्टर के निर्देशों पर अधिकारियों ने ग्राम पंचायतों का भ्रमण किया
जैसलमेर। जिला कलक्टर आशीष मोदी के निर्देशों की पालना में ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने, गाईडलाईन की पालना कराने, डोर-टू-डोर सर्वे कार्य की प्रभावी मॉनिटरिंग करने, होम आईसोलेट मरीजों द्वारा कोरोना प्रॉटोकॉल की पालना कराने के लिए नियुक्त जोनल अधिकारियों ने बुधवार को उन्हें आवंटित ग्राम पंचायतों का भ्रमण कर कोरोना संक्रमण स्थिति की जानकारी ली। बुधवार को कोषाधिकारी आनन्द जगाणी ने ग्राम छत्रेल का भ्रमण कर कोरोना गतिविधियों की जानकारी ली। इसी प्रकार जिला परिवहन अधिकारी टीकूराम पूनड़ ने सरदार सिंह की ढ़ाणी, राजमथाई, सहायक खनिज अभियन्ता भगवान सिंह ने नेतासर एवं प्रभुपुरा में, सहायक निदेशक महिला अधिकारिता अशोक गोयल ने भागू का गांव में पंचायत स्तरीय कोर कमेटी की बैठक ली एवं कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए की जा रही गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने ग्राम पंचायतों में पंचायत स्तरीय कोर ग्रुप सदस्यों की बैठक लेकर उन्हें निर्देशित किया कि वे कोरोना प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठावें एवं जो भी कोरोना लक्षण से ग्रसित है, ऐसे लोगों की आरटी-पीसीआर जांच कराने, जो लोग होम आईसोलेट है उन्हें परिवार के सदस्यों से अलग रहकर कोरोना प्रॉटोकॉल की पालना कराने को कहा ताकि वे अपने परिवार को अन्य सदस्यों को कोरोना से बचा सकें। जोनल अधिकारियों ने कोर कमेटी के सदस्यों से कहा कि वे डोर-टू-डोर सर्वे कार्य की प्रभावी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए ताकि गांव का एक भी व्यक्ति कोरोना के सर्वे से वंचित नहीं रहे। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना संभावित लक्षण वाले लोगों को आईएलआई मेडिकल किट लेने के लिए प्रेरित करने को भी कहा ताकि वे कोरोना के बुरे प्रभाव से बच सकें। इन अधिकारियों ने ग्रामीणों से आहवान किया कि वे त्रि-स्तरीय जन अनुशासन लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार द्वारा कोरोना प्रसार के रोकथाम के लिए जो गाईडलाईन जारी की है उसकी भी पूरी पालना करें। उन्होंने लोगों को यह भी संदेश दिया कि वे 30 जून तक विवाह समारोह, अन्य सामाजिक समारोह आदि नहीं करें। इसके साथ ही वेबजह घर से बाहर नहीं निकलें, अनिवार्य रूप से मास्क पहने, सामाजिक दूरी की पालना करें एवं बार-बार हाथों को साबुन से धोते रहें ताकि वे कोरोना संक्रमण से बच सकें एवं अपने परिवार को सुरक्षित रख सकें। भ्रमण के दौरान इन अधिकारियों ने गांव में कोरोना के संबंध में लोगों की, की जा रही आरटी-पीसीआर एवं रेपिड एंटीजन जांच कार्य का भी अवलोकन किया एवं एएनएम को निर्देश दिए की वे इस कार्य को प्रभावी ढंग से करें, जिससे गांव को कोरोना संक्रमण से बचा सकें। जोनल अधिकारियों ने भ्रमण के दौरान कोर कमेटी के साथ ही ग्रामीणों को मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की विस्तार से जानकारी दी एवं बताया कि इसमें सामान्य से गंभीर बीमारी में उपचार के लिए 50 हजार से 5 लाख रुपये तक की राशि का बीमा होता है एवं ऐसे रोगी इसका निःशुल्क उपचार प्राप्त कर सकते है। उन्होंने नॉन-एनएफएसए परिवार जिन्होंने अभी तक इस योजना में पंजीकरण नहीं कराया है, उनका अधिक से अधिक पंजीकरण 31 मई तक कराएं ताकि वे लोग निःशुल्क उपचार का लाभ ले सकें।