शिक्षा विभाग की भूल से हजारों विद्यार्थियों का भविष्य चौपट
सिरोही। शिक्षा विभाग की बहुत बडी भूल से हजारों विद्यालयों व लाखों विद्यार्थियों को नुकसान झेलना पड रहा है ।राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ तथा शिक्षक संघ ने सरकार के ध्यानाकर्षण हेतु मेल व पत्र प्रेषित किया है ।सरकार को हर तीन साल में न्यू स्टाफिंग पैटर्न को रिव्यू करना था ।सरकार ने यह पैटर्न 2015 में लागू किया था। शिक्षक नेता गोपालसिंह राव ने बताया कि रिव्यू नहीं होने की भूल से सात हजार सीनियर सैकेंडरी स्कूलों में हिंदी और अंग्रेजी व्याख्याताओं के पदों को स्वीकृति नहीं मिल पाने से विद्यार्थियों को भारी नुकसान उठाना पड रहा है ।सरकार ने प्रशासनिक सुधार विभाग के आदेश पर शिक्षा विभाग ने 2015 में न्यू स्टाफिंग पैटर्न तो लागू कर दिया। पैटर्न के अनुसार स्कूल के स्टाफ में भी बढ़ोतरी की गई लेकिन 2015 के बाद से इसे रिव्यू नहीं किया गया। नतीजा प्रदेश में क्रमोन्नत किए गए सात हजार सीनियर सैकेंडरी स्कूलों में हिंदी और अंग्रेजी व्याख्याताओं के पदों की स्वीकृति नहीं मिल पाई। जबकि जब इस पैटर्न को लागू किया