आठ साल की अनाबिया ने तलवार से दिखाया दमखम
अधिस्वीकृत पत्रकार गुलाम मोहम्मद, सम्पादक, सेवा भारती, जोधपुर
गुलजारपुरा में लड़कियों ने मोहर्रम पर किए हैरतअंगेज़ करतब
जोधपुर। शहर के गुलजारपुरा इलाके में इस मोहर्रम ‘शामे ग़रीबां’ के मौके पर एक अद्भुत नज़ारा देखने को मिला, जब आठ साल की अनाबिया समेत कई लड़कियों ने अखाड़े में उतरकर तलवार और लाठी से ऐसे करतब दिखाए कि देखने वाले दंग रह गए।
मोहर्रम की नौवीं तारीख को गुलजारपुरा ताजियों के चौक में हुए इस अखाड़े में शेख चिराग अखाड़े के उस्ताद चाँद मोहम्मद, कालू भाई और अब्दुल मिस्त्री ने तीन महीने की कठिन मेहनत से इन बेटियों को आत्मरक्षा और पारंपरिक शौर्य सिखाया। नतीजा ये हुआ कि अनाबिया, अनमोल, सना, अलिशा और उनकी साथियों ने अखाड़े में ऐसा कौशल दिखाया, जिसने यह साबित कर दिया कि बेटियाँ किसी से कम नहीं।
लड़कियों ने दिखाया आत्मविश्वास
गुलजारपुरा के चौक पर जब अनाबिया ने नन्हीं-सी उम्र में तलवार थामी और पूरे आत्मविश्वास के साथ अपने हुनर का प्रदर्शन किया, तो वहां मौजूद हर शख़्स की तालियों से गूंज उठी। अनमोल, सना और अलिशा ने भी लाठी और तलवार से शानदार तकनीकें दिखाकर दर्शकों को हैरान कर दिया।
“लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाना मकसद”
उस्ताद चाँद मोहम्मद ने बताया कि उनका उद्देश्य लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाना और आत्मरक्षा के गुर सिखाना है। उन्होंने कहा कि पारंपरिक अखाड़ा केवल पुरुषों के लिए नहीं होना चाहिए, बेटियाँ भी इसमें आगे आएं, यही उनकी चाहत थी।
लोगों ने की जमकर सराहना
शामे ग़रीबां के इस आयोजन में बड़ी संख्या में लोग जुटे और लड़कियों का हौसला बढ़ाते हुए उन्हें दुआएं दीं। सभी ने इस अनोखी पहल की तारीफ करते हुए कहा कि यह नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा है। गुलजारपुरा के इस अखाड़े ने यह दिखा दिया कि अगर सही मार्गदर्शन और प्रशिक्षण मिले तो बेटियाँ भी हर मैदान फतह कर सकती हैं।