भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर ने पूर्व छात्र दिवस (Alumni Day) 2024 मनाया
दशक – 2014 की कक्षा के लिए दशकीय पुनर्मिलन समारोह मनाया गया\
जोधपुर। भा.प्रौ.सं. जोधपुर परिसर में 27-28 जनवरी 2024 को वार्षिक पूर्व छात्र दिवस और 2014 की कक्षा के छात्रों के लिए दशकीय पुनर्मिलन समारोह वर्ष आयोजित किया गया । पूर्व छात्रों का स्वागत करने के लिए पूरा परिसर समुदाय एक साथ आया जिसमें बी.टेक., एम.टेक., एम.एस.सी. और विभिन्न पी.एच.डी. बैचों के पूर्व छात्रों की सक्रिय भागीदारी देखी गई । कई अंतर्राष्ट्रीय पूर्व छात्र भी इस समारोह में भाग लेने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस से जुड़े । दो दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत भा.प्रौ.सं. जोधपुर के निदेशक प्रोफेसर शांतनु चौधरी के संबोधन के साथ हुई । डॉ. शंकर मनोहरन, एसोसिएट डीन, पूर्व छात्र संबंध ने समारोह का स्वागत किया । प्रोफेसर कौशल देसाई, डीन (योजना और संसाधन), भा.प्रौ.सं. जोधपुर ने पूर्व छात्रों को संबोधित किया कि वे संस्थान के मिशन का समर्थन करने हेतु किस प्रकार एक साथ आ सकते हैं । श्री आशीष आसेरी, कोषाध्यक्ष, भा.प्रौ.सं. जोधपुर पूर्व छात्र समाज ने सभा को संबोधित किया । संस्थान की पूर्व छात्र सोसाइटी ने निदेशक प्रोफेसर शांतनु चौधुरी का पूर्व छात्र समुदाय के प्रति उनके अटूट समर्थन के लिए सम्मानित किया ।
अपनी वार्षिक परंपरा को जारी रखते हुए, इस वर्ष भी संस्थान ने विभिन्न श्रेणियों में युवा पूर्व छात्रों में उत्कृष्टता की मान्यता (REYA- Recognizing Excellence in Young Alumni) -2023 पुरस्कारों की घोषणा की है । निम्नलिखित पूर्व छात्रों को REYA 2023 पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है:
- श्री निर्मल कुमावत, वरिष्ठ सॉफ्टवेयर इंजीनियर, एटलसियन (Atlassian) प्रौद्योगिकी विकास की श्रेणी में–
2012 की कक्षा कंप्यूटर विज्ञान और अभियांत्रिकी में बी.टेक.के छात्र श्री निर्मल कुमावत ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान (DRDO) की आरसीआई प्रयोगशाला में एक वैज्ञानिक के रूप में शुरुआत की, जो भारतीय मिसाइल प्रणालियों के लिए ऑनबोर्ड कंप्यूटिंग सॉफ्टवेयर में योगदान दे रहा है । उन्होंने सैमसंग और एडोब सहित बहुराष्ट्रीय कंपनियों में एक दशक का कार्य अनुभव अर्जित किया । वर्तमान में, एटलसियन में एक वरिष्ठ सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में वह एटलसियन उत्पादों के भीतर एआई/एमएल पहल का नेतृत्व कर रहे हैं । उन्हें कई पुरस्कार प्राप्त हुए हैं, जिनमें एटलसियन में बिग कुडोस पुरस्कार और एडोब में स्टार पुरस्कार शामिल हैं । उन्होंने एडोब उत्पादों में उपयोग किए जाने वाले फ़ॉन्ट के लिए नवीन सुविधाएँ विकसित कीं, संयुक्त राज्य अमेरिका में मैक्स स्नीक इवेंट में मान्यता अर्जित की । उनके पास यूएसपीटीओ (USPTO) के साथ 17 से अधिक पेटेंट हैं, जो प्रौद्योगिकी को विकसित करने की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हैं ।
- श्री सूरज नादिपेल्ली , निदेशक, अल्फा एडवाइजर्स, (2012 की कक्षा, बी.टेक., इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग), प्रबंधकीय उत्कृष्टता की श्रेणी में –
संस्थान से वर्ष 2012 में विद्युत अभियांत्रिकी में बी.टेक. के छात्र श्री सूरज नादिपेली ने विलियम एंड मैरी से एमबीए की उपाधि प्राप्त की। बिजनेस एनालिटिक्स की पृष्ठभूमि के साथ, उन्होंने केपीएमजी (KPMG) में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और 30 मिलियन डॉलर मूल्य की रणनीतिक डिजिटल परिवर्तन पहल का नेतृत्व किया । वर्तमान में, अल्फा एडवाइजर्स के निदेशक, सूरज को फॉर्च्यून 500 ग्राहक सेवा में प्रबंधकीय उत्कृष्टता और नेतृत्व के लिए पहचाना जाता है । केपीएमजी (KPMG) में कई पुरस्कारों से सम्मानित, वह शिक्षा और गरीबी उन्मूलन में सक्रिय रूप से स्वयंसेवा करते हैं । श्री सूरज को डिजिटल परिवर्तन और नेतृत्व विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए युवा पूर्व छात्र पुरस्कार में उत्कृष्टता की मान्यता से सम्मानित किया गया ।
- श्री दर्शन जोशी, पार्टनर, मैकिन्से एंड कंपनी, प्रबंधकीय उत्कृष्टता की श्रेणी में-
संस्थान से वर्ष 2013 की कक्षा से विद्युत अभियांत्रिकी में बी.टेक. के छात्र श्री दर्शन जोशी ने इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए की उपाधि प्राप्त की । 2016 में मैकिन्से एंड कंपनी में शामिल होकर, वह कंपनी में भागीदार बन गए, जो कम समय में एक विशिष्ठ उपलब्धि थी । व्यवसाय परिवर्तन में पर्याप्त प्रभाव डालने के लिए मान्यता प्राप्त, उन्हें प्रबंधकीय उत्कृष्टता के लिए REYA से सम्मानित किया गया।
- श्री संजय कुमार राव , उपायुक्त– भारतीय राजस्व सेवा सामाजिक योगदान श्रेणी में–
संस्थान से वर्ष 2013 की कक्षा से कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में बी.टेक. के छात्र श्री संजय कुमार राव ने भारतीय राजस्व सेवा कैडर में प्रवेश करने के लिए व्यक्तिगत कठिनाइयों का सामना किया । वर्तमान में डिप्टी कमिश्नर (अंकेक्षण वस्तु एवं सेवाकर, बीकानेर) के रूप में कार्यरत, उन्होंने सामाजिक आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया है । उनके नेतृत्व में, सीजीएसटी (CGST) उदयपुर का राजस्व 39% बढ़ा और बीकानेर में वस्तु एवं सेवाकर राजस्व पांच गुना बढ़ गया । श्री संजय के सराहनीय सामाजिक योगदानों में उनका व्यक्तिगत ‘उत्प्रेरक मिशन’, राजस्थान के 140 से अधिक स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम स्थापित करके सुलभ शिक्षा को बढ़ावा देता हैं जिसके लिए उन्हें उनके सामाजिक योगदान के लिए युवा पूर्व छात्र पुरस्कार प्रदान किया गया ।
स्वागत भाषण देते हुए, एसोसिएट डीन (पूर्व छात्र संबंध) डॉ. शंकर मनोहरन ने बताया कि संस्थान की स्थापना के 15 वर्षों के उपरांत हम पूर्व छात्र समुदाय में दुनिया भर से 3500 से अधिक पूर्व छात्र जोड़ चुके हैं । उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि किस प्रकार भा.प्रौ.सं. जोधपुर के पूर्व छात्र स्टार्टअप का नेतृत्व कर रहे हैं, सार्वजनिक क्षेत्र में उच्च पदों पर आसीन हैं, शिक्षा जगत में समस्या समाधानकर्ताओं की अगली पीढ़ी का निर्माण कर रहे हैं, शोधकर्ताओं के रूप में भारत के लिए प्रौद्योगिकी विकसित कर रहे हैं और जमीनी स्तर पर सामाजिक परिवर्तन ला रहे हैं । उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पूर्व छात्र संबंध कार्यालय पूर्व छात्रों के साथ जुड़े रहने, सहायता एवं सहयोग करने और उनकी उपलब्धियों को उचित मान्यता दिलाने में सदैव प्रयासरत रहेगा ।
भा.प्रौ.सं. जोधपुर के विकास और परिवर्तन की यात्रा का विवरण प्रस्तुत करते हुए संस्थान के निदेशक प्रोफेसर शांतनु चौधुरी ने संस्थान में अद्वितीय और लचीले शैक्षणिक कार्यक्रमों, अंतःविषय अनुसंधान पहल और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र पर प्रकाश डाला । उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रमुख हितधारकों के रूप में पूर्व छात्र भा.प्रौ.सं. जोधपुर को वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने वाले भविष्य-संचालित संस्थान होने के अपने दृष्टिकोण (विजन) को प्राप्त करने के रास्ते पर तेजी लाने के लिए अपना समय और विशेषज्ञता का योगदान दे सकते हैं । प्रो. चौधुरी ने पूर्व छात्रों को पारस्परिक विकास और लाभ के लिए रचनात्मक तरीकों से संस्थान की पहल में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया।
संस्थान के योजना और संसाधन सृजन कार्यालय (PRG Office) की पहल के बारे में बोलते हुए डीन(पीआरजी) प्रोफेसर कौशल देसाई ने भा.प्रौ.सं. जोधपुर में सकारात्मक बदलावों और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला । उन्होंने 2014 की कक्षा के पूर्व छात्रों को उनके 10 साल पूरे होने पर बधाई दी । पूर्व छात्रों के कनेक्शन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 2019 में एलुमनी एसोसिएशन की स्थापना के पश्चात पूर्व छात्रों (Alumni) का एक मजबूत समुदाय बन गया और उन्होंने वित्तीय सहायता से परे पूर्व छात्रों द्वारा उद्देश्यपूर्ण योगदान को भी प्रोत्साहित किया । पूर्व छात्रों को संस्थान के विकास के लिए अपनी विशेषज्ञता और अनुभव साझा करने के लिए आमंत्रित किया।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर आईआईटीजे कैलेण्डर / भा.प्रौ.सं. पंचांग (भा.प्रौ.सं. जोधपुर की पूर्व छात्र समाचार पत्रिका – IITJ Almanac) के विशेष अंक का विमोचन निदेशक प्रोफेसर शांतनु चौधुरी, उप निदेशक प्रोफेसर संपत राज वडेरा और कुलसचिव डॉ. हरिओम यादव ने किया ।
संस्थान के विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे के साथ-साथ सभी पूर्व छात्रों ने इन्क्यूबेशन सेंटर (TISC), स्टूडेंट इनोवेशन स्पेस (अनविसा) और लाइब्रेरी परिसर के भ्रमण का आनंद लिया । सोसायटी ऑफ एलुमनाई अफेयर्स द्वारा आयोजित छात्र संपर्क सत्र के साथ पहले दिन के कार्यक्रम का समापन हुआ, जिसके बाद रात्रिभोज और मनोरंजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया । पूर्व छात्रों को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर के पूर्व के अस्थाई परिसर और आवास का भी भ्रमण कराया गया । इसके पश्चात वर्तमान छात्रों ने परिसर में पूर्व छात्रों के लिए एक सांस्कृतिक शाम की प्रस्तुत दी । यह शाम वास्तव में छात्रों द्वारा अपने वरिष्ठ पूर्व छात्र मित्रों को सम्मान के रूप में पेश की गई शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से भरी थी ।
सभी ने एक-दूसरे को और अपने प्रिय अल्मा मेटर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर को अगले साल फिर से मिलने के वादे और नियमित वेबिनार, अनुसंधान और अकादमिक साझेदारी के माध्यम से संस्थान में वापस योगदान करने के दृढ़ विश्वास के साथ भावनात्मक विदाई दी ।