जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण एवं बाढ़ बचाव के संबंध में बैठक वीसी के माध्यम से सम्पन्न हुई
सिरोही। जिले में वर्ष 2021 की वर्षा ऋतु में संभावित बाढ़ चक्रवात/ अतिवृष्टि की स्थिति के दौरान बचाव एवं राहत व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करने हेतु जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण एवं बाढ़ बचाव के संबंध में बैठक जिला कलक्टर कार्यालय परिसर राजीव गांधी सेवा केन्द्र वीसी से जिला कलक्टर भगवती प्रसाद की अध्यक्षता में ब्लाॅक से जुडे अधिकारियों की मौजूदगी में आयोजित हुई
जिला कलक्टर ने बाढ बचाव के जुडे संबंधित विभाग अपने-अपने कंटीजेंसी प्लान के मुताबिक कार्य करेंगे तथा बाढ़ एवं अतिवृष्टि से निपटने के लिए ब्लाॅक एवं जिला मुख्यालय पर स्थापित बाढ़ नियंत्रण कक्ष राउण्ड-दी-क्लाॅक संचालित रखेंगे। जिस पर सूचनाएं आदान-प्रदान होती रहेगी। उन्होंने पूर्व में आयोजित बैठक की रिव्यू करते हुए जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से बांधों पर पर्याप्त मात्रा में रेत के कट्टे , गेट्स में आयलिंग एवं ग्रीसींग साथ ही बांधों के लिकेज/डेमेज कार्यवाही की जानकारी ली।
उन्होंने जिले के समस्त प्रमुख बांधों पर लगे वायरलेस की जांच पुलिस विभाग से करवाकर आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए बांधों के भराव के समय पल-पल की जानकारी नियंत्रण कक्ष को देने के निर्देश दिए। मत्स्य ठे़केदार एवं नक्की झील ठेकेदार के पास उपलब्ध नावों को चलाने के लिए जानकार नाविकों की जानकारी व बांधों के गेट खोलने वाले कर्मचारी के नाम, मोबाईल नम्बर तहसील कार्यालय में होने चाहिये साथ ही गेट की चाबी सार्वजनिक कार्यालय में रखी होनी चाहियें । समस्त ग्रामों व शहरों के निचले इलाके की जानकारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजकीय आवासो, आॅफिसों एवं स्कूलों की छतों की साफ-सफाई करें। नगरीय निकाय के अधिकारियों को शहर के नाली-नालों की साफ-सफाई तथा बांधों , तालाबो में झाडियों कटाई जाए ताकि वर्षा का पानी अवरूद्व नहीं हो और निकासी आसानी से हो सके।
सार्वजनिक निर्माण विभा एवं राष्ट्रीय उच्च मार्ग खंड पाली द्वारा जिले की प्रमुख नदीयों से गुजरने वाली मुख्य सड़को पर नदियों में बहाव के दौरान कर्मचारियों को तैनात करें ताकि तेज बहाव के दौरान वाहनों को नदियों में प्रवेश सेे रोका जा सकें एवं मय चैन व चैन के बीच में बोर्ड लगाये जावें । तहसील/उपखण्ड़ तथा ग्राम पंचायत मुख्यालयों को जोड़ने वाली समस्त सड़कों/रपटों को क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में अभी से विभागीय बजट अनुसार रख-रखाव करेंगे । संसाधनों की जानकारी एवं सूची तैयार रखेगें ताकि आवश्यकता के समय उनका उपयोग किया जा सकें । तूफान/बाढ़/अतिवृष्टि के दौरान सड़को के किनारे पर खडे वृक्ष गिरने से अवरूद्व होने वाले मार्गो से पेड़ तत्काल हटवाकर आवागमन बनाये रखेगे। ऐसे क्षतिग्रस्त (जर्जर सार्वजनिक/सरकारी भवन को चिन्हित किया जावें जो सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा बनाये गये हैं तथा वर्षाकाल में गिर सकते हैं उनकी मरम्मत करवाना सुनिश्चित करें एवं अनुपयुक्त पाये जाने पर ऐसे भवनों की सूची बनाई जाकर उसको खाली कराने की कार्यवाही की जाए । विद्युत विभाग के अधिकारियों से अंाधी तुफान के समय क्षतिग्रस्त विद्युत लाईनों की तत्काल मरम्मत को प्राथमिकता देगें, क्योंकि विद्युत का सीधा संबंध पेयजल व्यवस्था से जुडा होता हैं । किसी भी स्थान पर ट्र््रासफामर्स की शिकायत प्राप्त होने पर 72 घन्टों में बदलने की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे । विद्युत तारों से होने वाली घटना को ध्यान में रखते हुये ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें की जिले में ऐसी कोई घटना घटित न हो इस बात को ध्यान में रखते हुये आवश्यक इन्तजामात सुनिश्चित करें। आपदा के दौरान आम जनता को शुद्व पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगें तथा पानी के शुद्धिकरण की आवश्यक व्यवस्था करेंगे । ब्लीचिंग पाउडर एवं क्लोरिन टैबलेट आदि दवाओं की पूर्ण पूर्ति रखेंगे । पेयजल आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में पेयजल परिवहन कर आम जनता को पानी उपलब्ध करायेगें, इस हेतु सहायता विभाग के उनके पास उपलब्ध वाटर टैंकर का भी उपयोग कर सकेंगे और आवश्यकता की स्थिति में नियमानुसार किराये के वाटर टैकर हायर करके भी पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे तथा शहरी क्षेत्रों में पानी के जगह-जगह पर स्थित वाॅल पाईन्ट पर भी कोई प्रतिक चिन्ह लगायेंगे ताकि पानी के अधिक बहाव के दौरान आम व्यक्ति को उसकी जानकारी रहेगी एवं किसी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से कहा कि जिले के समस्त चिकित्सा केन्द्रों पर औषधियां की पूर्ण उपलब्धता रखे तथा स्टाफ हमेशा तैनात रहें। उन्होंने कहा कि एम्बुलेन्स को सही हालात में रखना सुनिश्चित करेंगे ताकि आवश्यकता पडने पर किसी कठिनाई का सामना करना नही पडे । समस्त फिल्ड स्टाॅफ को मुख्यालय पर ही रहने के लिये पाबंद करेंगे । एम्बुलेंस की आवश्यकता पडने पर उनके साथ डाॅक्टर व कम्पाउण्डर व नर्स को भी भेजा जावें । आबादी में जल भराव वाले क्षेैत्रों में मच्छरों के लार्वा को नष्ट करने के लिये एमएलओ का पर्याप्त स्टाॅक रखने के लिए सभी बीसीएमओ को निर्देश दिए साथ ही सांप के काटने पर एन्टीइग्जेशन की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता रखे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिरोही को ग्रामीण स्तर पर वर्षा जनित बिमारियों की रोकथाम के लिये आवश्यक निर्देश दिये।
जिला रसद अधिकारी जिले में समस्त राशन की दुकानों पर वर्षा से पूर्व खाद्यान्न की पर्याप्त आपूर्ति बनाये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे । विशेषतः जिले में आगामी 4 माह की खपत को ध्यान में रखकर खाद्यान्न, केरोसीन, पी.ओ.एल., गैस, आदि की आपूर्ति करेंगे एवं जिले के समस्त पेट््रोल पम्प पर पी.ओ.एल. तथा गैस एजेन्सी के माध्यम से एल.पी.जी. गैस को रिजर्व करवायेंगे ताकि आपदा के दौरान रिजर्व स्टाॅक का उपयोग किया जा सकें एवं भोजन की व्यवस्था भामाशाहो से सहयोग प्राप्त कर व्यवस्था करवाना सुनिश्चित करेंगे।
पशुपालन विभाग मृत पशुओं के निस्तारण की कार्यवाही स्थानीय निकाय यथा नगर पालिका एवं ग्राम पंचायत से सहयोग प्राप्त कर सुनिश्चित करेंगे एवं विकास अधिकारी से सम्पर्क बनाये रखेगें । मोबाईल टीम एवं पर्याप्त स्टाॅफ एवं जिले में पशुओं के लिये दवाईयों की आपूर्ति समस्त चिकित्सा केन्द्रो तथा जिला मुख्यालय पर उपलब्ध हो । बाढ़/अत्यधिक वर्षा से जलभराव की स्थिति में प्रभावित होने वाली गोशालाओं को चिन्हित कर पशुओं को बचाने की योजना तैयार करेगें । कृषि विभाग अपने स्तर पर पानी के उपयोग की नवीनतम योजना का विज्ञापन प्रसारित कर आम जनता को इसके उपयोग एवं निकासी के बारे में जानकारी द।
जिला कलक्टर द्वारा अन्य निर्देशः- जिला परिषद, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग एवं जनजाति क्षेत्रिय विभाग बाढ़/अतिवृष्टि की स्थिति में स्कूलों में पढ़ने वाले एवं छात्रावासों में रहने वाले बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे । महाविद्यालय एवं सी.ओ. स्काउट को राजकीय महाविद्यालय के एन.सी.सी.कैडेटो, एन.एस.एस. वाॅलेन्टियर्स, स्काउट वाॅलेन्टियर्स को बाढ एवं अतिवृष्टि के दौरान जन साधारण को आपदा राहत सामग्री का वितरण तथा अपेक्षित सहयोग प्रदान करने हेतु निर्देश दिये गये । आगार प्रबन्धक,सिरोही/आबूरोड़ रोड़वेज वर्षा के दौरान नदियों में पानी का अत्याधिक बहाव होने की स्थिति में बसों को उसमें प्रवेश नही करने के लिए चालक/परिचालक को पाबंद करेगें तथा यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करेगें एवं अपने वर्कशाप को चालू रखने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर द्वारा आयुक्त नगरीय निकाय के अधिकारियोे से नालों/नालियों आदि की सफाई विशेष अभियान जानकारी ली तथा सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित करंेंगे ताकि किसी प्रकार के संक्रामक रोग के उत्पन्न होने से बचाया जा सकें । शहरी क्षेत्रों में, निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के प्रभावित होने की स्थिति में रेन बसेरा में ठहराने, भोजन आदि की व्यवस्था जन सहयोग तथा नगर पालिका प्रशासन के स्तर पर सुनिश्चित करेंगे । इसी प्रकार समस्त उपखण्ड अधिकारियों/तहसीलदारो एवं विकास अधिकारियों को अत्यधिक वर्षा एवं बाढ की स्थिति के दौरान बचाव एवं राहत व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ कन्टीजेन्सी प्लान के अनुसार ही समस्त प्रकार की राहत गतिविधियों के लिये जिम्मेदार रहेंगे तथा अपने-अपने क्षेत्र के संबंधित विभागों से पूर्ण समन्वय स्थापित कर कार्य करेंगे। तहसीलदारगण/विकास अधिकारी पटवारियांे एवं ग्राम सेवकों को अपने अपने मुख्यालय पर रहने हेतु पाबंद करेगें। ग्राम स्तर पर नियुक्त पटवारी, ग्राम सेवक एवं ए.एन.एम. अध्यापक आदि कार्मिक को तारतम्या रखने हेतु पाबंद करेंगे तथा किसी भी तकनीकी अधिकारी/कर्मचारी, डाक्टर, चिकित्सा कार्मिकों को एवं गिरदावर, पटवारी तथा ग्राम सेवक को उपखण्ड़ अधिकारी की बिना पूर्व अनुमति अवकाश/मुख्यालय त्यागने की स्वीकृति नही देंगे । ग्राम पंचायत मुख्यालय स्तर पर नियुक्त कार्मिको को अपने पास आपदा के समय सहयोग करने वाले व्यक्तियों की सूची तैयार करने हेतु विकास अधिकारीगण उन्हें निर्देशित कर पाबन्द करें ताकि उनसे भी समय सहयोग लिया जा सके ।
उन्होंने विकास अधिकारीगण को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में स्थित तालाबों/बांधों को चैक करवायेगें व आवश्यकता अनुसार मरम्मत का कार्य नियमानुसार करवाने की कार्यवाही करेगें , इसी प्रकार तहसीलदारगण अपने-अपने क्षेत्र में विभिन्न विभागों द्वारा रखवाये गये रेत के कट्टो एवं खाली कटटों को पटवारी के माध्यम से चैक करवायेगें एवं तैराको की सूची तैयार करवायेगें । समाज सेवक/संस्थाओं/दानदाताओं की सूची तैयार की जावें ताकि आवश्यकता पडने पर उन्हें उपयोग में लिया जा सके ।
जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द सिंह यादव ने बताया कि पुलिस प्रशासन को आकस्मिक व्यवस्था को संभालने के लिये कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिये प्रशासन को पूर्ण सहयोग प्रदान करने की व्यवस्था एवं पुलिस विभाग के वायरलेस सेटों को हमेशा ही कार्यशील रखे हुए है। उन्होंने ंिसंचाई विभाग के वायर-लेस सेटों को भी कार्यशील रखने एवं आवश्यकता पडने पर पुलिस विभाग से सम्पर्क में रहने के निर्देश दिये गये । तैराकों की सूची तथा बाढ बचाव के लिए आवश्यक सामग्री की सूचना जिला कार्यालय को भिजवायेंगे । बाढ़/अतिवृष्टि/वर्षा की जानकारी वायरलेस सेट से जिला नियंत्रण कक्ष को उपलब्ध करवाने हेतु प्रत्येक थानाधिकारियों को पाबंद करेंगे । सेना, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल आबू, एन.सी.सी. एवं होमगार्ड़ के अधिकारी बाढ की स्थिति बनने की स्थिति को ध्यान में रखते हुये अपने संसाधनों सहित हर समय तैयार रहे ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनकी सेवा ली जा सके । उन्होंने बताया कि जिले का कन्टिजेन्सी प्लान अपडेट करने, जिले में एस.डी.आर.एफ. टीम को बुलाने एवं जिला प्रशासन स्तर से सेना, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल से सम्पर्क करने एवं सिविल डिफेस टीम को तैयार रखने हेतु आवश्यक सुझाव दिये गये ।