डॉक्टरों और नर्सों को कोरोना संक्रमण से बचाने को ओपीडी व्यवस्था में बदलाव
जोधपुर। जोधपुर में कोविड मरीजों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। इसको देखते हुए एम्स ओपीडी में मरीजों की संख्या में नियंत्रण की आवश्यकता महसूस की गई है, ताकि मरीजों सहित चिकित्सा की अग्रिम सुरक्षा पंक्ति डॉक्टरों एवं नर्सों आदि को इसके संक्रमण से बचाया जा सके। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सोमवार से केवल तीन श्रेणी के मरीजों को ही प्रवेश दिया जाएगा।
प्रथम ऐसे मरीज जिनको एम्स द्वारा ओपीडी में आने का संदेश प्राप्त हुआ है। टेलीमेडिसिन के संदेश वाले मरीजों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। द्वितीय ऐसे मरीज जो पहले एम्स में भर्ती रहे थे और जिन्हें डिस्चार्ज के बाद रिव्यू / पुन: जांच आदि के लिए डॉक्टर द्वारा एम्स बुलाया गया है। ऐसे मरीजों को अपनी डिस्चार्ज पर्ची साथ में लाना अनिवार्य है अन्यथा उन्हें एम्स परिसर में प्रवेश नहीं दिया जा सकेगा। तृतीय ऐसे मरीज जिन्होंने एम्स ओपीडी में डॉक्टर को दिखाया है और जिन्हें डॉक्टर/संकाय द्वारा पुन: बुलाया गया है। उनके पास एम्स के डॉक्टर/संकाय (फैकल्टी) द्वारा उनकी मोहर लगी पर्ची लाना अनिवार्य है, एम्स चिकित्सक की मोहर लगी पर्ची नहीं होने पर एम्स परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।