छात्रों को प्रमोट करने फैसला स्वागत योग्य: गहलोत

सिरोही(जयन्तिलाल दाणा)। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा राज्य सरकार की बिना अनुमति शिक्षा निदेशालय द्वारा 9वीं व 11वीं की परीक्षा शुल्क को 10 रुपए से 25 रुपए ढाई गुना बढ़ोतरी के प्रस्ताव को वापस लेने एवं कोरोना महामारी से बचाव के लिए कक्षा 1 से 9 व 11 के विद्यार्थियों के प्रमोट करने के फैसले पर राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र गहलोत ने राज्य सरकार का धन्यवाद ज्ञापित कर खुशी जताई। संघ (प्रगतिशील) के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र गहलोत ने बताया कि कोरोना में जहां सरकार अलग-अलग तरीके से लोगों को राहत देने में लगी है, वहीं शिक्षा निदेशालय ने राज्य सरकार की बिना अनुमति ही 9वीं व 11वीं की परीक्षा शुल्क ढाई गुणा बढाकर 10 रू.के स्थान पर 25 रुपए कर दिये थे जिस पर संगठन ने कडा एतराज जताकर मुख्यमंत्री से अविलम्ब शुल्क बढोतरी को वापस लेने की मांग की थी जिस पर मुख्यमंत्री ने गम्भीरता से मंथन कर लाखों छात्र-छात्राओं के हित मे शुल्क बढोतरी के फैसले को वापस ले लिया। साथ ही कारोना की दूसरी लहर की गम्भीरता के देखते हुए मुख्यमंत्री द्वारा कक्षा 1 से 9 एवं कक्षा 11 में नामांकित समस्त छात्र-छात्राओं को प्रमोट करने के फैसले का स्वागत किया है।