गाँव-ढाणियों तक पहुंचा पानी का सुकून

  • मरुस्थल में पेयजल सुविधाओं का विस्तार

– डॉ. दीपक आचार्य

जैसलमेर। राज्य सरकार के हाल के दो वर्ष के कार्यकाल में मरुस्थलीय जैसलमेर जिले में पेयजल सुविधाओं के विस्तार की दिशा में कई महत्वपूर्ण आयाम स्थापित हुए हैं। जिले में वृहद परियोजनाओं का काम निरन्तर जारी है वहीं दूरदराज की ढाणियों तक पानी पहुंचाने की दृष्टि से कई लघु योजनाएं निरन्तर आकार लेती जा रही हैं।

बाड़मेर लिफ्ट परियोजना भाग – द

बाड़मेर लिफ्ट परियोजना भाग-द के अन्तर्गत जारी योजना पर 83 प्रतिशत प्रगति अर्जित कर रु. 330.84 करोड का कार्य का भुगतान फर्म को किया गया है। योजना से कुल 171 ग्राम लाभान्वित किये जाने हैं जिनमें से 30 नवम्बर 2020 तक 129 गांवों को लाभान्वित किया जा चुका है, शेष कार्य प्रगति पर है तथा 31 मार्च 2021 तक पूर्ण किया जाना संभावित है। इसके लिए  430.55 करोड़ का कार्यादेश जारी है।

पोकरण फलसूण्ड बालोतरा सिवाना वृहद पेयजल परियोजनाु   इस योजना के अन्तर्गत नाचना से बिलिया तक 1528 मिमी बाहरी व्यास के पाईप बिछाने एवं आधारभूत कार्य, बिलिया से संतरा भाकरी तक आधारभूत कार्य,  डिफेन्स डिपोजिट कार्य एवं एस.पी.आर-3 ब पूर्ण किये जाकर 70 ग्रामों को पूर्ण एवं पोकरण कस्बे को आंशिक लाभान्वित किया जा चुका है।

इस परियोजना के पैकेज एस.पी.आर-3 अ (जैसलमेर जिले के 106 गावों का कलस्टर कार्य) के अन्तर्गत वर्तमान में पैकेज का 82 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है। शेष कार्य प्रगति पर है। इस पैकेज द्वारा 70 गावों का कार्य पूर्ण हो चुका है, जिसमें से 41 गावों की जल आपूर्ति चालू हो चुकी है एवं 29 गांवों की आपूर्ति आंशिक रूप से चालू कर दी गई है।

पेयजल योजनाओं का सूत्रपात

वर्तमान सरकार के कार्यकाल में पेयजल से संबंधित कई नवीन योजनाओं का कार्य कराया गया है। इनमें अब तक 169 योजनाओं हेतु राशि रु. 4856.51 लाख की स्वीकृति प्राप्त हुई, जिसमें से 44 कार्य पूर्ण तथा शेष कार्य प्रगति पर हैं। योजना के अन्तर्गत 92 नलकूपों की स्वीकृति के विरूद्ध 50 नलकूपों का वैधन कर गत माह तक 28 नलकूप चालू कर दिये गये हैं तथा 399 हैण्डपम्पों की स्वीकृति के विरूद्ध 308 हैण्डपम्पों का वैधन कर 164 हैण्डपम्पों को चालू कर दिया गया है शेष कार्य प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त पाईप लाईन, पम्पिंग मशीनरी इत्यादि का कार्य प्रगति पर है।

बीसूका में 162 हेबीटेशन लाभान्वित

गत 2 वर्ष में 20 सूत्री कार्यक्रम के अन्तर्गत गुणवत्ता प्रभावित 62 हेबीटेशन में पीने योग्य से लाभान्वित किया गया तथा 120 हेबीटेशन में जल सेवा स्तर बढ़ाया गया।

ग्रीष्मकालीन कन्टीजेन्सी में 3 योजनाएं मंजूर

प्रत्येक जिले हेतु जिला कलेक्टर की अनुशंषा पर रु. 50 लाख तक की योजनाएं स्वीकृत करने के ऑथोराईजेशन के विरूद्ध जैसलमेर जिला कलेक्टर आशीष मोदी की अनुशंषा अनुसार रु 49.99 लाख की 3 योजनाएं क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा स्वीकृत की जा चुकी हैं। इनमें पूर्व निर्मित  नलकूपाें/पम्पहाउस के 52 पम्प सेट बदलने के कार्य लिये गये हैं। ये सभी योजनाऎं पूर्ण की जा चुकी हैं।

इसी प्रकार आवश्यकता के अनुसार गांवों व ढाणियों में पेयजल परिवहन के लिए विभाग द्वारा हरसंभव प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं। पेयजल से संबंधित समस्याओं और शिकायतों के निस्तारण के लिए विभिन्न स्तरों पर नियंत्रण कक्षों तथा अन्य माध्यमों से त्वरित निस्तारण का बेहतर प्रबन्धन विकसित किया हुआ है।

मजबूती पा रहा है पेयजल प्रबन्धन

जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभागीय अधीक्षण अभियन्ता जे.पी. जोरवाल के अनुसार हाल के 2 साल में राज्य सरकार की ओर से जैसलमेर जिले में पेयजल प्रबन्धन, सुविधाओं तथा सेवाओं के विस्तार एवं विकास के लिए काफी कुछ किया गया है। विभागीय योजनाओं से जिले में पेयजल प्रबन्धन निरन्तर मजबूती पाता जा रहा है।

 

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Gulam Mohammed

(EDITOR SEVA BHARATI NEWS) ==> Seva Bharti News Paper Approved Journalist, Directorate of Information and Public Relations, Rajasthan, Jaipur (Raj.), Mobile 7014161119 More »

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