सीबीआई ने उजागर किया करोड़ों का घोटाला
- केंद्रीय जलशक्ति मंत्री शेखावत के निर्देश पर हुई शिकायत की जांच
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के निर्देश पर की गयी शिकायत पर केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने जल जीवन मिशन और जल शक्ति अभियान के नाम पर ठगी करने वाले आर.एस. फाउंडेशन का भंडाफोड़ किया है। सीबीआई ने फाउंडेशन के संस्थापक सुरेश कुमार वर्मा और मैनेजर सुभाष सिंह को गिरफ्तार कर बड़ी संख्या में इससे जुड़े कागजात और कई अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। दरअसल, विगत मार्च में शेखावत को राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा समेत कई राज्यों से जल जीवन मिशन और जल शक्ति अभियान से संबंधित कार्यों के ठेके दिलाने के नाम पर पैसे लेने की शिकायतें मिली थीं। केंद्रीय मंत्री ने सीबीआई में इस बाबत शिकायत दर्ज कराई। जांच में सीबीआई ने पाया कि दिल्ली स्थित आर.एस.फाउंडेशन, जो वाटर टैंक, सोलर वाटर पंप, बोरिंग और वाटर कनेक्शन दिलाने वाले एनजीओ के रूप में रजिस्टर्ड है, लोगों से जल जीवन मिशन के तहत कार्य कराने के नाम पर एमओयू/एग्रीमेंट करा रहा है। फाउंडेशन कांट्रैक्टर्स को उसके और जलशक्ति मंत्रालय के बीच पत्राचार तथा समझौते के फर्जी कागजात दिखाता था, जिससे उन्हें विश्वास हो जाए कि वाकई फाउंडेशन और जलशक्ति मंत्रालय के बीच कोई समझौता हुआ है, जो पूर्णत: असत्य है। सीबीआई ने आरएस फाउंडेशन के नई दिल्ली व लखनऊ स्थित कार्यालय और सुरेश कुमार वर्मा के लखनऊ स्थित आवास पर सर्च के दौरान फर्जी तरीके से किए गए 115 एमओयू/एग्रीमेंट, खाली और भरे हुए बैंक चेक समेत अन्य कागजात बरामद किए। सीबीआई की मानें तो आर.एस.फाउंडेशन के सुरेश कुमार वर्मा ने ठेके दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी कर भी ली है। राजस्थान और हरियाणा में उसने लोगों से सोलर वाटर प्लांट लगवाने के नाम पर करोड़ों रुपए लिए थे। आर.एस. फाउंडेशन ने विभिन्न राज्यों में करोड़ों रुपए की सिक्यूरिटी मनी भी वसूली हुई है। सीबीआई के बड़े खुलासे के बाद केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के निर्देश पर मंत्रालय ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने राज्यों को आगाह किया है कि वो तथ्यों की आधिकारिक जांच करें तथा ऐसे सभी विषयों को तुरंत मंत्रालय के संज्ञान में लाएं ताकि जल जीवन मिशन या जल शक्ति अभियान के नाम पर लोगों को ठगी से बचाया जा सके। केंद्रीय मंत्री की सजगता के चलते सीबीआई ने सही वक्त पर कार्यवाही कर इन दोनों व्यक्तियों को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की, जिसके बाद करोड़ों की ठगी के इस खेल का पर्दाफाश हो गया और साथ ही कई अन्य लोग भी इसकी चपेट में आने से बच गए।