महिला बंदियों ने अपने भाइयों के लिए बनाई राखियां

सेन्ट्रल जेल में तीन दिवसीय राखी त्योहार, भाइयों को भेजी जाएगी राखियां




जोधपुर। रक्षाबंधन को लेकर बाजार राखियों से सजने लग गया है, लेकिन सेन्ट्रल जेल में रहने वाली करीब 90 महिला बंदियों ने भी पहली बार अपने भाइयों के लिए राखियां बनाई है, जो रक्षाबंधन पर उनके भाइयों को भेजी जाएगी।
सेन्ट्रल जेल में कैदियों के पुनर्वास के लिए कार्य कर रही डॉ. बिंदु टाक और क्रिमिनोलॉजिस्ट डॉ मनीष सिंह भाटी ने महिला कैदियों के लिए राखी बनाने के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर जोधपुर केंद्रीय कारागृह के उप अधीक्षक सौरभ स्वामी, जेलर शकुंतला, रेखा पारीक, अमित टाक, रेनू चौहान व जेल कर्मचारी आदि मौजूद थे ।
रंग-बिरंगी राखियां बनाई
डॉ. बिंदु टाकने बताया कि इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में महिला बंदियों ने करीब 2500 राखियां बनाई। आर्ट एंड क्राफ्ट एक्सपर्ट रितु वर्मा ने महिला बंदियों को हाथ से राखी बनाने का प्रशिक्षण दिया। जिसमें महिलाओं ने ऊन, मौली व रंगबिरंगे धागों से राखियां बनाई। उन्होंने बताया कि जब महिला कैदी अपने हाथ से राखी बनाकर अपने अपने भाइयों को पत्र भेजेगी, तो उनमें एक सकारात्मक भावना भी उत्पन्न होगी।