राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक पांच से सात तक
शताब्दी वर्ष की योजनाओं और परियोजनाओं पर होगा विचार विमर्श
आरएसएस से जुड़े 32 संगठनों के पदाधिकारी रहेगे मौजूद
जोधपुर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की राष्ट्रीय स्तर की तीन दिवसीय बैठक का आयोजन संघ प्रमुख मोहन भागवत की अध्यक्षता में 5 से 7 सितम्बर तक लाल सागर स्थित आदर्श विधा मंदिर परिसर में आयोजित की जायेगी। इस बैठक में आरएसएस से जुड़े करीब 32 संगठनों के पदाधिकारी शामिल होकर आगामी शताब्दी वर्ष की कार्ययोजना को मूर्त रूप देगे। इस बैठक में आरएसएस और उसके संगठन से जुड़े राष्ट्रीय स्तर के सगठनों के पदाधिकारी भाग लेगे। यह जानकारी आज लाल सागर समारोह स्थल पर आरएसएस के राष्ट्रीय सुनील अरबेडकर ने दी।
उन्होने बताया कि 5,6 और 7 सितंबर को होगी संघ की राष्ट्रीय स्तर की समन्वय बैठक के दौरान संघ से जुड़े 32 संगठनों के पदाधिकारी और महिला संवर्ग के पदाधिकारीगण भाग लेगे। जिसमे 249 पदाधिकारी और 20 कार्यकर्ता बैठक में शामिल होगे। गत बैठक केरल में आयोजित की गई थी।
उन्होने बताया कि आरएसएस की स्थापना विजय दशमी 1925 को नागपुर में की गई थी और इस वर्ष आरएसएस को सौ वर्ष पूर्ण हो रहे है जिसके चलते अगला वर्ष शताब्दी वर्ष के लिये रूप में मनाया जायेगा।
इस बैठक में पांच लक्ष्य रखे जायेगे जिसमे सामाजिक समरसता, कुटुंब परिवेश, पर्यावरण, स्व भाषा स्व भेष और नागरिक कर्तव्य। इन मुद्दों पर सभी संगठनों के पदाधिकारियों के अनुभव, वर्तमान परिस्थितियां और भविष्य की योजना पर विचार विमर्श किया जायेगा और अगले वर्ष की रणनीति तय की जायेगी।
उन्होने बताया कि इस वर्ष 2 अक्टूबर को विजयी दशमी पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघ प्रमुख मोहन भागवत नागपुर मुख्यालय में विशेष आगामी वर्ष के कार्यक्रमों की शुरूआत करेगे और देश भर में सभी संगठन अपने अपने क्षेत्र में विशेष कार्यक्रम करने के साथ आमजनता को इस शताब्दी वर्ष से जोड़ेगे।