972वें वर्ष में प्रवेश कर रही मेहंदी नगरी, नन्ही बालिका ने सेजल माता बनकर दिया प्रेरणादायी संदेश
सोजत महोत्सव की तैयारियां जोरों पर, आयोजन को राष्ट्रीय पहचान दिलाने का लक्ष्य
सोजत। ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत से समृद्ध मेहंदी नगरी सोजत अपने 972वें स्थापना वर्ष में प्रवेश कर रही है। इस अवसर को धार्मिक, सांस्कृतिक और जनजागृति के उत्सव के रूप में मनाने हेतु तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।
स्थापना दिवस आसोज सुदी नवमी को मनाया जाएगा, जिसके लिए सोजत महोत्सव समिति और नगरवासी मिलकर विशेष आयोजन की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं।
नन्ही बालिका ने दिया प्रेरणादायी संदेश
नगर में विशेष आकर्षण बना नन्ही बालिका ईशिका, जो अधिष्ठात्री देवी सेजल माता के स्वरूप में नगर भ्रमण कर नागरिकों को जागरूक कर रही है। ईशिका एवं मोक्ष दवे द्वारा दिए गए भावनात्मक संदेश में नागरिकों से सोजत स्थापना दिवस को धूमधाम से मनाने की अपील की गई है।
राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का प्रयास
सोजत महोत्सव समिति अध्यक्ष जोगेश जोशी एवं उपाध्यक्ष भवानी शंकर सोनी ने बताया कि इस वर्ष महोत्सव को राष्ट्रीय और प्रादेशिक पहचान दिलाने के लिए व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। समिति विभिन्न समाजों, संस्थाओं और वर्गों के साथ संपर्क साध रही है ताकि आयोजन को भव्य और ऐतिहासिक स्वरूप दिया जा सके।
संरक्षक मंडल और सामाजिक संस्थाओं का सहयोग
इस आयोजन को सफल बनाने में संरक्षक अनोपसिंह लखावत, वरिष्ठ नागरिक समिति अध्यक्ष सुरेश ओझा, पेंशनर समाज अध्यक्ष लालचंद मोहिल, सोजत सेवा मंडल मंत्री पुष्पत राज मुणोत, अभिनव कला मंच अध्यक्ष गोरधन लाल गहलोत, सचिव चेतन व्यास, भारत विकास परिषद अध्यक्ष देवीलाल सांखला, ताराचंद सैनी, भीकाराम प्रजापत, माणक राज चौहान, हितेंद्र व्यास, राजेश अग्रवाल, सत्तु सिंह भाटी, अशोक सैन, राजकुमार चौधरी, जवरीलाल बौराणा, कृष्ण भाटी जैसे सामाजिक कार्यकर्ता व गणमान्य नागरिक सक्रिय रूप से मार्गदर्शन कर रहे हैं।
सांस्कृतिक, धार्मिक और सामाजिक आयोजनों की रूपरेखा तैयार
सोजत महोत्सव के अंतर्गत धार्मिक शोभायात्रा, सांस्कृतिक संध्या, विद्यार्थियों व प्रतिभाओं का सम्मान, लोकनृत्य, भजन संध्या, मेहंदी प्रतियोगिता, और स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुतियां जैसे विविध कार्यक्रम प्रस्तावित हैं।