जोधपुर के धनराज दाधीच: बहन की याद में टैक्सी सेवा को बनाया बहनों की सेवा का प्रतीक
25 वर्षों से निभा रहे हैं एक अनोखा प्रण, रक्षाबंधन पर देते हैं नि:शुल्क सेवा
जोधपुर। इस रक्षाबंधन जब सैकड़ों बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने निकलेंगी, तब वार्ड 65, मदेरणा कॉलोनी के निवासी धनराज दाधीच एक बार फिर अपनी बहन की याद में निभाए जा रहे संकल्प को निभाते नजर आएंगे। पिछले 25 वर्षों से वह हर रक्षाबंधन पर शहर की हर बहन को अपनी बहन मानते हुए, उन्हें नि:शुल्क टैक्सी सेवा प्रदान कर रहे हैं — ताकि वे बिना किसी परेशानी के अपने भाई के घर तक पहुंच सकें।
इस सेवा के पीछे छुपी है एक गहरी भावनात्मक कहानी। धनराज दाधीच की बहन ‘बेबी’ का 42 वर्ष पूर्व अचानक दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। वह तीन छोटी बच्चियों को पीछे छोड़ गई थीं। बहन की आखिरी राखी और दिवाली की यादें आज भी धनराज की आंखों को नम कर देती हैं। उसी दिन उन्होंने ठान लिया कि वे अपनी बहन की याद को सेवा के रूप में जीएंगे।
धनराज कहते हैं, “जब मैंने अपनी पहली टैक्सी ली, तभी मैंने बहन की तस्वीर उसमें लगाई थी। मैं रोज उन्हें याद करता हूं। रक्षाबंधन पर बहनों को उनके भाई तक पहुंचाना मेरी सच्ची श्रद्धांजलि है।”
यह सेवा न तो किसी प्रचार के लिए है, न ही इसमें कोई शुल्क लिया जाता है। यह सिर्फ एक भाई की ओर से समाज की हर बहन के लिए प्रेम और सम्मान की मिसाल है।
हर वर्ष रक्षाबंधन के दिन, सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक, यदि कोई भी बहन धनराज दाधीच को कॉल करती है, तो वे उन्हें सम्मानपूर्वक उनके गंतव्य तक छोड़ते हैं — बिना किसी शुल्क के।
धनराज दाधीच का यह कार्य न केवल जोधपुर, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा है — कि रिश्ते सिर्फ खून से नहीं, भावना और सेवा से भी निभाए जा सकते हैं।