समर्पित सेवाओं की मिसाल : नर्सिंग अधीक्षक मांगीलाल राठौड़ आज होंगे सेवानिवृत्त
सेवाभावी कार्यों से न केवल चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को गौरवान्वित किया
जोधपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की सेवा में 35 वर्षों से अधिक समय तक उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले नर्सिंग अधीक्षक श्री मांगीलाल राठौड़ आगामी 31 जुलाई 2025 को राज्य सेवा से सेवानिवृत्त होंगे।
राठौड़ ने 01 अगस्त 1965 को जन्म लिया। आपके पिताश्री स्व. शंकरलाल थे। आपने M.A. (Public Administration) और M.Com. (Business Administration) के साथ-साथ जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी तथा न्यूट्रिशन एंड हेल्थ एजुकेशन में डिप्लोमा प्राप्त कर स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में दक्षता अर्जित की। सहशैक्षणिक गतिविधियों में भी अग्रणी रहते हुए फर्स्ट क्लास स्काउट, N.C.C. C सर्टिफिकेट (अंडर ऑफिसर) तथा N.S.S. में भी योगदान दिया।
25 जून 1990 को राज्य सेवा में नियुक्ति के बाद से आपने राजकीय जिला चिकित्सालय, प्रतापनगर जोधपुर में नर्सिंग अधीक्षक पद तक निरंतर सेवाएं दीं। इस दौरान आपने नर्सिंग ऑफिसर, सीनियर नर्सिंग ऑफिसर, नर्सिंग ट्यूटर, नर्सिंग अधीक्षक के रूप में ग्रामीण, शहरी, सीएमएसओ, मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र एवं ईएसआई चिकित्सालयों में कार्य करते हुए 35 वर्ष, 1 माह, 6 दिन की सेवा पूर्ण की।
उपलब्धियाँ : “जोधपुर गौरव” सम्मान – राजस्थान दिवस पर, उत्कृष्ट राज्य सेवा हेतु जिला प्रशासन जोधपुर द्वारा सम्मान, कोविड-19 काल में जिला कलेक्टर जोधपुर द्वारा विशिष्ट सेवाओं के लिए सम्मान, राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान में रोटरी क्लब जोधपुर से सम्मान, लॉयंस क्लब जोधपुर द्वारा उत्कृष्ट सेवाओं पर सम्मान, आध्यात्मिक पर्यावरण संस्थान जोधपुर द्वारा पर्यावरण व सेवा कार्यों हेतु सम्मान, आपने पर्यावरण, चिकित्सा शिविरों, मानव सेवा एवं जनकल्याण जैसे कार्यों में निरंतर सक्रिय रहकर समाजसेवा में भी अमूल्य योगदान दिया।
संगठनात्मक योगदान : “अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत)” जोधपुर जिला शाखा में पिछले 15 वर्षों से सक्रिय सदस्य, पिछले 5 वर्षों से जिला महामंत्री के रूप में कार्यरत, राजस्थान राज्य नर्सेज एसोसिएशन, जोधपुर के जिला अध्यक्ष पद पर रहते हुए नर्सिंग कार्मिकों के हित में प्रभावी कार्य, मांगीलाल राठौड़ ने अपने कर्तव्यनिष्ठ, अनुशासित और सेवाभावी कार्यों से न केवल चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को गौरवान्वित किया, बल्कि नर्सिंग पेशे को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। समाज और सेवा क्षेत्र में आपकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी।