मुनिसुव्रत स्वामी के जयकारों से गुंजा कुशल वाटिका
गिरनार भक्त मण्डल द्वारा घंटनाद व शंखनाद के ध्वनियों से हुआ मुनिसुव्रत स्वामी का पक्षाल
ठण्डी हवाओं के झोंको के साथ कुशल वाटिका में शनिवार को लगा मेला
बाडमेर । स्थानीय कुशल वाटिका में विश्व का अद्वितीय राजहंस मन्दिर में शनिवार कों सैकड़ो श्रद्वालुओं ने दर्शन कर पूजा अर्चना की और मुनिसुव्रत स्वामी भगवान के जयकारों से गुंज उठा कुशल वाटिका। कुशल वाटिका ट्रस्ट के उपाध्यक्ष द्वारकादास डोसी व कोषाध्यक्ष बाबुलाल टी बोथरा ने बताया कि बाडमेर शहर के समीप कुशल वाटिका प्रांगण शनिवार को विशेष मेले का आयोजन किया गया, जिसमें बाडमेर सहित आस-पास के अन्य गावों से पधारे श्रद्वालुओं कुशल वाटिका पहुंच कर दर्शन वन्दन कर पूजा अर्चना की। कुशल वाटिका में मुनिसुव्रत स्वामी भगवान मन्दिर, दादावाडी, नवग्रह मन्दिर, गुरू मन्दिर, देवी-देवताओ के आदि मन्दिरो के दर्शन, पूजा का आनन्द लिया। बोथरा ने बताया कि शनिवार को कुशल वाटिका में प्रातः 06.00 बजे से भक्तो का दर्शन व पूजा के लिए आना-जाना शुरू हो गया जो पुरे दिन मेले का माहौल बना रहा ओर गौरतलब है कि आज मौसम ठण्डा होने से ठण्डी हवाओं के झोंके चल रहे थे, जिससे भक्त खुश नजर आ रहे थे। हर शनिवार को हजारो भक्त दर्शन कर खुशहाली की कामना करते है। शनिवार को कुशल वाटिका में साध्वी शासनप्रभा श्रीजी म.सा. की पावन निश्रा में प्रातः 07.30 बजेे गिरनार भक्त मण्डल द्वारा घंटनाद व शंखनाद व ढोल की थाप लय व सुर के साथ भक्ति भावना के माध्यम से भगवान का पक्षाल किया गया और विधि-विधान व श्लोक के साथ केशर पूजा व भक्तिमय आरती की गई। भक्तों द्वारा केशर पूजा करने से मन को शान्ति जैसा आनन्द मिल रहा था। जहां कुशल वाटिका ट्रस्ट मण्डल की और से भाता प्रभावना दी गई। ठण्डे मौसम के दौरान कुशल वाटिका में दर्शन-पूजा के लिए भक्तों में उत्साह नजर आ रहा था। कुशल वाटिका में शनिवार को मुनिसुव्रत स्वामी के पक्षाल का चढावा मुमुक्षु परिवार हस्ते रितिक जैन, जिनेश मेहता, केशर पूजा का चढावा दीक्षितकुमार मांगीलाल सिंघवी रामसर व आरती व मंगल दीपक का चढावा कर्मचन्द मुल्तानमल श्रीश्रीमाल परिवार तेजमालता वालो द्वारा लिया गया, जिनका ट्रस्ट मण्डल द्वारा अनुमोदना की गई। कुशल वाटिका शनिवार मेले में ट्रस्ट मण्डल के साथ साथ अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद, अखिल भारतीय खरतरगच्छ महिला परिषद, गिरनार भक्त मण्डल, कुशल वाटिका मित्र मण्डल, सहित कई भक्तगण उपस्थित थे। मेले के दौरान कुशल वाटिका उपाध्यक्ष द्वारकादास डोसी, उपाध्यक्ष रतनलाल संखलेचा, कोषाध्यक्ष बाबुलाल टी बोथरा, ट्रस्टी चम्पालाल छाजेड़ पारले, सज्जनराज मेहता, कैलाश धारीवाल, चम्पालाल एम बोथरा, भूरचन्द मिर्ची, सम्पतराज बोथरा अवतारी, विपुल बोथरा, भरत संखलेचा, हिमांशु धारीवाल, संजष् श्रीश्रीमाल, विमल बिशाला, निखिल छाजेड़, सुनिल सिंघवी, प्रकाश लूणिया, दिलीप पटूड़ा सहित कई श्रद्धालु उपस्थित थे।