कुशल वाटिका में अठठम तप तेले की आराधना 05 जनवरी से होगी
कुशल वाटिका में अठठम तप तेले के तीन दिवसीय कार्यक्रम के बेनर का हुआ विमोचन
बाड़मेर । बाड़मेर-अहमदाबाद रोड़ स्थित प्रवर्तिनी प्रमोदश्रीजी म.सा. की समाधि भूमि कुशल वाटिका प्रांगण में पार्श्वनाथ भगवान के जन्म-दीक्षा कल्याणक महोत्सव के उपलक्ष में दूसरी बार त्रि दिवसीय अठठम तप तेले की तपस्या का ऐतिहासिक आयोजन 05 जनवरी से शुरू होगा, इस त्रि दिवसीय कार्यक्रम का सोमवार को कुशल वाटिका में बेनर का विमोचन किया गया। कुशल वाटिका ट्रस्ट के अध्यक्ष भंवरलाल छाजेड़ व कोषाध्यक्ष बाबुलाल टी बोथरा ने बताया कि परम पूज्य खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. के आज्ञा व आर्शीवाद से कुशल वाटिका प्रेरिका बहन म.सा. साध्वी डॉ. विधुत्प्रभाश्री की पावन प्रेरणा से व माताजी म.सा. साध्वी रतनमाला श्रीजी आदि ठाणा-16 की पावन निश्रा में कुशल वाटिका में पार्श्वनाथ भगवान के जन्म-दीक्षा कल्याणक महोत्सव के उपलक्ष में दूसरी बार 05 जनवरी से 07 जनवरी तक त्रि दिवसीय अठठम तप तेले का आयोजन किया जा रहा है। इस त्रि दिवसीय कार्यक्रम के बेनर का विमोचन बाड़मेर खरतरगच्छ संघ आराधना भवन में चातुर्मास के बाद विहार करके कुशल वाटिका पधारे परम पूज्य विराटसागरजी म.सा. आदि ठाणा की पावन निश्रा में कुशल वाटिका ट्रस्ट मण्डल व लाभार्थी परिवार द्वारा सोमवार को किया गया। कुशल वाटिका उपाध्यक्ष द्वारकादास डोसी व मंत्री सम्पतराज बोथरा दिल्ली ने बताया कि श्री जिनकुशलसूरी सेवाश्रम ट्रस्ट कुशल वाटिका की आज्ञा से अठठम तप का भव्य आयोजन लाभार्थी पारसमल आसुलाल विरधीचन्द धारीवाल परिवार रामजीगोल हाल बाड़मेर द्वारा होगा, जिसमें कुशल वाटिका में अठठम तप के तेले के आराधको को पौष वदी अष्ठमी 04 जनवरी को उतर पारणा करवाया जायेगा उसके बाद आराधक पौष वदी नवमी 05 जनवरी से 07 जनवरी तक अठठम तप तेले की आराधना यानि तीन दिन उपवास की तपस्या करेंगे, उसके बाद 08 जनवरी पौष वदी बारस को तपस्वियो का पारणा करवाया जायेगा। इस त्रि दिवसीय कार्यक्रम में विधिकारक व जैन संगीतकारों द्वारा प्रतिदिन भक्ति भावना का कार्यक्रम होगा और विधि-विधान करवाया जायेगा। इस त्रि दिवसीय कार्यक्रम को लेकर तैयांरिया जोरों पर चल रही है। जिनको भी इस अठठम तप तेले की आराधना करनी हो वों अपना नाम कुशल वाटिका पेढी में लिखवा देवे। इस कार्यक्रम को चार चान्द लगाने के लिए कुशल वाटिका ट्रस्ट मण्डल, अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद केयुप, अखिल भारतीय खरतरगच्छ महिला परिषद केएमपी सहित जैन समाज के बन्धु व्यवस्था में रहेंगें।