गरीबी एवं अमीरी के अन्तर को कम करने का प्रयास करें: डाॅ चन्द्रभान
अधिकारी व जन प्रतिनिधि आपसी समन्वय से
सिरोही। बीस सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन एवं समन्वय समिति के उपाध्यक्ष डाॅ. चन्द्रभान ने कहा कि बीसूका की शुरूआत गरीबी दूर करने एवं वंचित वर्ग के लोगों के आर्थिक शोषण को रोकने के लिए की गई थी। गरीबी एवं शोषण को रोकने में यह कार्यक्रम कारगर साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी जन प्रतिनिधियों के सहयोग से गरीबी एवं अमीरी के अन्तर को कम करने के लिए सतत प्रयास करें। उन्होने बीस सूत्री कार्यक्रम को गरीबों के आर्थिक उन्नयन एवं क्षेत्र के सर्वागीण विकास के महत्वपूर्ण कार्यक्रम बताते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस कार्यक्रम के लक्ष्यों को पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरा करें।
बीस सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष डाॅ. चन्द्रभान आज कृषि आत्मा सभागार में बीस सूत्री कार्यक्रम की बैठक की अध्यक्षता करते प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी का कर्तव्य है कि वे गरीब व पिछडे लोगों को इस कार्यक्रम के माध्यम से लाभान्वित करें जिससे कि वे आर्थिक व सामाजिक दृष्टि से सबल बन सके। उन्होंने कहा कि योजनाओं का लाभ आम आदमी को मिले इसकी सुनिश्चितता करें साथ ही योजनाओं से गरीब, ग्रामीण एवं जरूरत मंद व्यक्तियों का प्राथमिकता से लाभान्वित करें।
बीसूका उपाध्यक्ष ने अवगत कराया कि पूर्व में जिले की रैकिंग 31 थी, जो बढकर 12 वीं रैक पर आ गई है। इसके लिए जिला प्रशासन एवं जन प्रतिनिधियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि जिन लक्ष्यों में कम उपलब्धि हासिल हुई है उसे और अधिक प्रयास कर बेहतर किया जावे। उन्होंने बीसूका में पंचायत राज की मनरेगा व प्रदेश सरकार की फ्लैगशीप योजनाओं के समन्वय से आमजन को लाभ मिल रहा है। उन्होंने बीसूका की बिन्दुवार समीक्षा करते हुए राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी, भूमिहीनों को बंजर भूमि का वितरण, न्यूनतम मजदूरी प्रर्वतन, खाद्य सुरक्षा, ग्रामीण आवास, शहरी क्षेत्रों में ईडब्ल्यूएस/एलआईजी आवास, पेयजल, बाल प्रतिरक्षण, सामाजिक सुरक्षा, स्वच्छता, छात्रवृति, आईसीडीएस योजना, वनरोपण, विकलांगों व अनाथों का पुनर्वास, ग्रामीण प्रधानमंत्री आवास योजना, बिजली आपूर्ति पर समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक में उन्होंने पंचायती राज विभाग द्धारा जाॅबकार्ड व व्यक्तिगत कार्य तथा किसान मित्र, श्रमिक कल्याण तथा खाद्य सुरक्षा में पात्र व्यक्तियों को जोडने, जन-जन का स्वास्थ्य, संस्थागत प्रसव, परिवार शौचालय की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि कुपोषित एवं एनिमिया से ग्रस्ति आमजन पर भी विशेष ध्यान देना सुनिश्चित करें। उन्होंने फ्लैगशीप योजनाओ ंकी समीक्षा करते हुए शुद्ध के लिए युद्ध, निरोगी राजस्थान, मुख्यमंत्री चिंरजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, स्कूली शिक्षा, महात्मा गांधी अग्रेजी माध्यम स्कूल, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, सिलोकोसिस, एकल नारी सम्मान योजना, वृद्धजन पेंशन योजना,विशेष योग्यजन सम्मान पेंशन योजना, मुख्यमंत्री पालनहार योजना, मुख्यमंत्री लघु प्रोत्साहन योजना तथा युवा सम्बल योजना , काॅलेज शिक्षा, इंदिरा रसोई योजनाओं की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक में जिला कलक्टर डाॅ भंवर लाल ने बीसूका के अन्तर्गत आवटित लक्ष्यों के विरूद्ध अर्जित उपलब्ध्यिों की जानकारी देते हुए अधिकारियों से कहा कि वे योजनाओं के शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सकारात्मक सोच रखते हुए समर्पण की भावना से कार्य करें ताकि गरीब लोगों को कल्याणकारी योजनाओं का अपेक्षित लाभ मिल सके।
बैठक का संचालन अति. जिला कलक्टर डाॅ. भास्कर विश्नोई ने किया तथा अति. मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रमोद दवे ने पंचायतीराज की योजनाओं के बारें में विस्तार से जानकारी दी।
बैठक में बीूसका के जिला उपाध्यक्ष आनदं जोशी, सदस्य पूर्व विधायक रतन देवासी, गंगाबेन गरासिया, प्रधान लीलाराम गरासिया, पूर्व जिला प्रमुख अन्नाराम बोराणा पूर्व प्रधान पदमा कंवर, जीवाराम आर्य, राजेन्द्र सांखला, संध्या चैधरी, निम्बाराम, हेमलता शर्मा, अमित जोशी, नारायणसिंह भाटी, मारूफ हुसैन, पे्रमाराम देवासी, अचलसिंह बालिया ने अपने-अपने समस्याओं से अवगत कराया। बैठक में उपखंड अधिकारी सीमा खेतान समेत संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।