त्याग और समर्पण का जीवन है दम्पत्य जीवन: साध्वी रतिप्रभा
जोधपुर। तेरापंथ युवक परिषद व महिला मण्डल जोधपुर के संयुक्त तत्त्वावधान मे साध्वी रतिप्रभा के सानिध्य में जाटाबास स्थित तेरापंथ भवन में दम्पति कार्यशाला मे संग हो बेमिसाल विषयक कार्यशाला आयोजित हुई।
कार्यक्रम का शुभारंभ कमल- कविता सुराणा ने कपल सफल बन जाए गीतिका के साथ हुआ। कार्यशाला मे लगभग 64 दंपति उपस्तिथ रहे। साध्वी रतिप्रभा ने उपस्तिथ सभी दंपतियो को संकल्प ग्रहण करवाये व प्रेरणा प्रदान करते हुए कहा की – भारतीय संस्कृति मे संबंधों की पवित्रता अनादिकाल से रही है, परंतु वर्तमान भौतिक युग में दंपति का त्याग व समर्पण का जीवन है उसमे कमी आ रही है। पति पत्नी दोनों की उपेक्षा नहीं अपेक्षा समझें। पति पत्नी का प्राण है तो पत्नी पति की शक्ति है। अतः रहना सीखे, सहना सीखे तो हर समस्या समाहित हो सकती है।
इस अवसर पर साध्वी कलाप्रभा ने विचार व साध्वी पावनयशा ने कविता के माध्यम से रोचक प्रस्तुति दी। साध्वी मनोज्ञयशा ने साथी के साथ खुशहाल जीवन कैसे व्यतीत करे इसके लिए प्रयोग करवाये तथा उनका परीक्षण किया।
किशोर व कन्या मण्डल द्वारा परिवार स्वर्ग और नरक विषयक लघु नाटिका के माध्यम से प्रस्तुति दी। कार्यशाला मे प्रतियोगिताओं के माध्यम से सभी ने आध्यात्मिक ज्ञानवर्धन किया। पधारे हुए सभी अतिथियों का निवर्तमान अध्यक्ष मितेश जैन ने स्वागत किया तथा महिला मण्डल मंत्री पूजा सालेचा ने आभार प्रकट किया व कार्यक्रम का कुशल संचालन साध्वी मनोज्ञयशा ने किया।
परिषद द्वारा अतिथि स्वीटी पुनीत कोठारी का जैन दुपटा व स्मृति चिन्ह द्वारा अभिनंदन किया । कार्यशाला को सफल बनाने में मंत्री अंकित चौधरी, विनोद सुराणा, तरुण समदडिया, पुनीत कोठारी, अभिषेक सुराणा, सरिता डोसी, मिथलेश सालेचा, सरिता सिंघवी आदि का सहयोग रहा।