सहारा इंडिया में फंसे लाखों लोगों के पैसे वापस मिलेंगे
अमित शाह लांच करेंगे रिफंड पोर्टल
नई दिल्ली। लाखों लोगों द्वारा काफी लंबे वक्त से जिस बात की मांग की जा रही थी, सरकार से कोई ठोस कदम उठाने की गुजारिश की जा रही थी, वो सब अब पूरी होती दिख रही है। कल मंगलवार को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह Sahara Refund Portal लॉन्च करेंगे। इस वेबसाइट को कल सुबह 11 बजे अटल ऊर्जा भवन में लॉन्च किया जाएगा। इस पोर्टल के जरिए उन लाखों निवेशकों के पैसे वापस मिलेंगे, जिनके निवेश की अवधि पूरी हो चुकी है। ये सारे लोग वर्षों से इसकी मांग कर रहे थे, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया जा रहा था। किस तरह से निवेशकों को उनके पैसे वापस मिलेंगे, इस बारे में इस वेबाइसट पर पूरी जानकारी उपलब्ध होगी।
लाखों निवेशकों की उम्मीद : देशभर के लाखों निवेशकों के करोड़ों रुपये सहरा इंडिया में फंसे हुए हैं। इसमें गरीब से लेकर अमीर सभी तबके के लोगों ने पैसा निवेश किया था। लोग अपने निवेश की रकम पाने का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन सहारा इंडिया ने समय पूरा होने के बाबजूद भी अभी तक लोगों के पैसे वापस नहीं किए। इससे लोग परेशान हैं। बड़ी संख्या में निवेशक इसे लेकर कई बार सड़क पर भी उतरे। लेकिन कोई हल नहीं निकला।
सहारा इंडिया में सबसे ज्यादा बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से निवेशक हैं। यहां के ज्यादातर लोग गरीब तबके के हैं। ये लोग काफी मेहनत से पैसा कमाते हैं, सारे फर्ज पूरा करने के बाद जो कुछ पैसा बचता है उसे भविष्य में आने वाले कुछ कामों के लिए निवेश करते हैं। ऐसे लोगों की संख्या सहारा इंडिया में ज्यादा है। कुछ लोगों ने तो अपनी सारी गाढ़ी कमाई सहारा इंडिया में जमा कर दिया था। अब तक वो दर-दर को ठोकरें कहा रहे हैं।
वेबसाइट के माध्यम से मिलेंगे पैसे : निवेशक कई सालों से इस मामले में सरकार से हस्तक्षेप की मांग कर रहे थे। अब कल सहकारिता मंत्री अमित शाह रिफंड पोर्टल लांच करने जा रहे हैं इस पोर्टल के लांच होते ही वेबसाइट के माध्यम से पैसे लौटान की बात कही जा रही है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सहारा इंडिया बैंक में ग्राहकों के जमा पूंजी पर फैसला सुनाते हुए यह तय किया है कि सहारा इंडिया के सभी निवेशकों को भुगतान (Civil Rights Commission) CRC के जरिए किया जाएगा। अब सरकार के इस कदम से निवेशकों में पैसे वापसी को लेकर एक उम्मीद जगेगी।
पूरा मामला जानिए : सहारा इंडिया का ये विवाद साल 2009 का है। जब सहारा की दो कंपनियां सहारा हाउसिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड और सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉर्पोरेशन ने अपना IPO लाने की पेशकश की। IPO के आते ही सहारा की द्वारा की जाने वाले गड़बड़ियों की पोल खुलने लगी। उसके बाद सेबी के सामने ये बात आ गई कि सहारा ने अनुचित तरीके से 24000 करोड़ की रकम जुटाई थी। इसके बाद जांच शुरू हुई और सेबी ने इसमें अनियमितता पाई।
जिसके बाद SEBI ने सहारा इंडिया से निवेशकों का पैसा ब्याज समेत लौटाने को कहा। लेकिन सहारा ने ऐसा नहीं किया, इसके बाद सहारा को अपनी कई प्रॉपर्टी बेचनी पड़ी, लोगों का गुस्सा इस कंपनी पर बढ़ता चला गया। लोग अपने निवेश किये हुए पैसे को वापस पाने के लिए आन्दोलन करने उतरे लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला और मामला उलझता चला गया।