जोनल अधिकारियों ने भ्रमण के दौरान ली कोर गु्रप की बैठकें
कोविड गाईडलाईन की पालना कराएं,
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ बीमा योजना में अधिक से अधिक पंजीयन कराएं
जैसलमेर। जिला कलक्टर आशीष मोदी के निर्देशों की पालना में सोमवार को भी कई जोनल अधिकारियों ने उन्हें आवंटित ग्राम पंचायतों का भ्रमण कर कोरोना संक्रमण की स्थिति का जायजा लिया वहीं उन्होंने ग्राम पंचायत स्तरीय कोर गु्रप समिति की बैठक लेकर पंचायत क्षेत्र में की जा रही त्रि-स्तरीय जन अनुशासन-लॉकडाउन की पालना के साथ ही डोर-टू-डोर सर्वे कार्य की जानकारी ली। उन्होंने इस दौरान सरपंच के साथ ही अन्य ग्रामीणों को कोरोना रोग से बचने के लिए किए जाने वाले उपायों की जानकारी दी एवं इसकी पालना करने को कहा ताकि वे स्वयं एवं उनके परिवार के सदस्य कोरोना रोग से बच सकें।
सोमवार को तहसीलदार पुष्पेन्द्र पांचल ने ग्राम पंचायत बांकलसर, फूलासर(मुख्यालय-रहरूण्ड), जवाहर नगर का भ्रमण कर कोरोना गतिविधियों की जानकारी ली। इसी प्रकार कोषाधिकारी आनन्द जगाणी नें ग्राम पंचायत बरमसर में ग्राम पंचायत स्तरीय कोर गु्रप की बैठक ली एवं कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए समिति के सभी सदस्यों को अपनी सक्रिय भूमिका अदा करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वे गांव में कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति जो होम आईसोलेट है, उसके द्वारा कोरोना प्रॉटोकॉल की पालना की जा रही है या नहीं उसकी मॉनिटरिंग करें। साथ ही डोर-टू-डोर सर्वे में जिन लोगों में कोरोना के संभावित लक्षण दिखते हो उनके रेपिड एंटीजन जांच करावें साथ ही आईएलआई मेडिकल किट देकर उन्हें इन दवाइयों को लेने के लिए प्रेरित करावें।
इन अधिकारियों ने ग्रामीणों से आहवान किया कि वे त्रि-स्तरीय जन अनुशासन लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार द्वारा कोरोना प्रसार के रोकथाम के लिए जो गाईडलाईन जारी की है उसकी भी पूरी पालना करें। उन्होंने लोगों को यह भी संदेश दिया कि वे 30 जून तक विवाह समारोह, अन्य सामाजिक समारोह आदि नहीं करें। इसके साथ ही वेबजह घर से बाहर नहीं निकलें, अनिवार्य रूप से मास्क पहने, सामाजिक दूरी की पालना करें एवं बार-बार हाथों को साबुन से धोते रहें ताकि वे कोरोना संक्रमण से बच सकें एवं अपने परिवार को सुरक्षित रख सकें। भ्रमण के दौरान जोनल अधिकारियों ने मास्क एवं सेनेटाईजर का वितरण किया।
जोनल अधिकारियों ने भ्रमण के दौरान कोर कमेटी के साथ ही ग्रामीणों को मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की विस्तार से जानकारी दी एवं बताया कि इसमें सामान्य से गंभीर बीमारी में उपचार के लिए 50 हजार से 5 लाख रुपये तक की राशि का बीमा होता है एवं ऐसे रोगी इसका निःशुल्क उपचार प्राप्त कर सकते है। उन्होंने नॉन-एनएफएसए परिवार जिन्होंने अभी तक इस योजना में पंजीकरण नहीं कराया है, उनका अधिक से अधिक पंजीकरण कराने पर बल दिया।