रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी: मुख्य आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस
जोधपुर। शहर की महामंदिर थाना पुलिस ने रविवार को रेमेडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले दो नर्सिंग कर्मियों को दो इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया था। दोनों को आज कोर्ट में पेश कर दो दिन की पुलिस अभिरक्षा में लिया गया है। इन लोगों द्वारा अब तक की पूछताछ में पता लगा कि मोगड़ा निवासी नारायण पटेल ने यह इंजेक्शन उपलब्ध करवाए थे। जिसकी पुलिस मुख्य रूप से तलाश में लगी है। नारायण खुद नर्सिंंग कर्मी बताया जाा है। एसीपी दरजाराम ने बताया कि डीएसटी टीम की सूचना मिली थी कि रेमेडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है। जिस पर पुलिस की एक टीम गठित की गई। जिसमें थानाधिकारी लेखराज सिहाग व एसआई सुमन बुंदेला ने टीम को लीड किया। सूचना के आधार पर टीम मुखबिर के बताए पते पर पहुंची, जहां एक युवक ने दूसरे को रेमेडेसिविर दे रहा था, पुलिस की टीम ने तुरंत दोनों को गिरफ्तार कर लिया। इस पर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले धनारा खुर्द, थाना खेड़ापा हाल रसाला रोड, महामंदिर के कानाराम जाट पुत्र कन्हैयालाल और जाजीवाल भाटियान हाल क्षितिज पेट्रोल पंप के पीछे, बनाड़ रहने वाले रामरख पुत्र पेमाराम जाट को गिरफ्तार किया गया था। दोनों अभियुक्त रामरख व कानाराम नर्सिंग करने के बाद होम केयर का काम करते है। जोकि घर घर जाकर मरीजों की देखभाल किया करते है। वहीं इन दोनों को रेमेडेसिविर इंजेक्शन देने वाला तीसरा आरोपी मोगड़ा निवासी नारायण पटेल है, जोकि एक निजी अस्पताल में नौकरी करता है। एसीपी दरजाराम ने बताया कि अब इसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। उसके पकड़े जाने पर इंजेक्शन कहां और कैसे लाए गए इसका पता चल पाएगा।