संघर्ष करो का नारा देने वाले डॉ.बी.आर.अम्बेडकर पर हुआ विचार विमर्श : मेघवाल
सिरोही। अखिल भारतीय ‘‘भारत रत्न’’ नेताजी सुभाष चन्द्र बोस राष्ट्रीय सेवा समिति, मुख्यालय सिरोही एवं भारत सरकार, राज्य सरकार व जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत भारत-रत्न बाबा साहेब डॉ.भीमराव अम्बेड़कर कल्याण सप्ताह समारोह 2021 के साप्ताहिक राष्ट्रीय रचनात्मक कार्यक्रमानुसार आज दिनांक 12.04.2021 को संघर्ष करो का नारा देने वाले भारत रत्न डॉ. बी.आर.अम्बेड़कर पर विचार विमर्श कार्यक्रम का आयोजन राजकीय सीनियर माध्यमिक विद्यालय, नया सानवाडा (पिण्डवाडा) में प्रातरू 10.30 बजे अम्बेड़कर कल्याण सप्ताह का आयोजन किया गया। नेताजी फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कार्यक्रम प्रभारी अधिकारी श्री लुम्बाराम मेघवाल ने अवगत कराया कि उक्त राष्ट्रीय कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में नेताजी फाउण्डेशन भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लुम्बाराम मेघवाल व कार्यक्रम की अध्यक्षता के रूप में ग्राम पंचायत नया सानवाड़ा की सरपंच श्रीमती अलका रावल व कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि के रूप में विद्यालय के संस्था प्रधान श्री एम.एन.शर्मा मंच पर मौजूद थे। सभी अतिथियों ने सामूहिक रूप से विद्यालय प्रागंण में बाबा साहेब भीमराव अम्बेड़कर की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर कृतज्ञ राष्ट्र की और से संविधान निर्माता को सेल्युट प्रदान किया गया।
इस राष्ट्रीय कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद से बोलते हुये नेताजी फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लुंबाराम मेघवाल ने उपस्थित युवा छात्र छात्राओं को आव्हान किया कि बाबा साहेब डॉ.भीमराव अम्बेड़कर जी ने शिक्षित बनो! संघर्ष करो!! सगंठित रहो!!! का जोशिला नारा देकर दलितों में एक नई क्रांति व उमंग पैदा की थी जिसमें बाबा साहेब के बताये अनुसार आज हम शिक्षित बन चुके हैं अपितु संगठित नहीं है और न ही हम इस हेतु संघर्षरत है जो कि अत्यंत ही खेदजनक व दुर्भाग्यपूर्ण बात है। बाबा साहेब के सभी अनुयायियों को बाबा साहेब के बताये इन तीनों नारों पर अति गंभीरता से विचार करना पड़ेगा तभी हम बाबा साहेब को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। भारतीय संविधान के निर्माता व प्रणवेता अग्रणी महापुरूष डॉ.बी.आर.अम्बेड़कर ने जो संविधान की नींव रखी और दलितों को आरक्षण की जगह पर लाकर खड़ा किया उसके उपरान्त भी आज दलित काफी पिछडे हुये हैं। ऐसा लगता है कि हमारे में कई न कई भूल या चूक हो रही है। अतरू आईए आप और हम सब सामूहिक रूप से सभी प्रयास करें कि अधिक से अधिक दलित वर्ग को ऊपर उठाने में सारे शिक्षित अधिकारी व कर्मचारी अपने से दबे हुये लोगों को ऊपर लाने में अथवा ऊपर उठाने में मदद करें तभी जाकर बाबा साहेब का सपना साकार होगा। श्री मेघवाल ने जोर देते हुये कहा कि दलितो उठो जागो और संघर्ष करो। उपस्थित सभी युवा छात्रों के बीच श्री मेघवाल ने श्री नेताजी सुभाषचन्द्र बोस, शहिदे-आजम भगतसिंह, राजगुरू, सुखदेव, चन्द्रशेखर आजाद व भारत के अनेकों महापुरूषों को अमृत महोत्सव के अन्तर्गत मंच के माध्यम से प्रेरणादायी वार्ता प्रस्तुत कर राष्ट्रभक्ति का युवा पीढ़ि में जज्बा पैदा किया।
इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये श्रीमती अलका रावल ने बाबा साहेब भीमराव अम्बेड़कर जी पर सारगर्भित जानकारी युवा पीढ़ि को हासिल करवाकर शिक्षा के क्षेत्र में आगे आने हेतु प्रोत्साहिक किया। इस मौके पर शाला परिवार के संस्था प्रधान श्री एम.एन.शर्मा जी ने अम्बेड़कर कल्याण सप्ताह समारोह के अन्तर्गत नेताजी फाउण्डेशन भारत द्वारा राष्ट्रहित में किये जा रहे अथक प्रयासों व राष्ट्रभक्तों के प्रति जो अपनी वफादारी निभाई जा रही है, इस हेतु नेताजी फाउण्डेशन बधाई का पात्र है। संस्था प्रधान श्री शर्माजी ने संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अम्बेड़कर जी पर परिलक्षित वार्ता देकर दलितों को उत्कर्ष व उत्थान हेतु प्रयासरत रहने की सलाह दी।
इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में स्थानीय विद्यालय के सभी अध्यापक बंधुओं, गणमान्य नागरिकों, नया सानवाड़ा के वार्ड पंचों, मेघवाल समाज के पंच श्री भगारामजी डांगी सिरोही व अम्बेडकर युवा संगठन के पदाधिकारी श्री पुखराज रांगी सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। अंत में सभी प्रतिभागियों को राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मेघवाल ने सभी का आभार प्रकट किया।