चिकित्सा मंत्री सदन में बोले 2023 में सिरोही का मेडिकल कालेज चालू होगा
सिरोही (जयन्तिलाल दाणा)। विधायक संयम लोढ़ा के सवाल कब बनेगा सिरोही मेडिकल कालेज का भवन व कब चालू होगी पढ़ाई के जबाब में चिकित्सा मंत्री ने विधानसभा में कहा कि भवन निर्माण के लिए एमओयू हो गया है और इसी माह टेंडर हो जाएगा और सिरोही अकेला नहीं, बल्कि राज्य के 15 जिलों में 2023 में मेडिकल कालेज के भवन बनकर तैयार होंगे और इसी कार्यकाल में इन कॉलेजों में पढ़ाई भी चालू हो जाएगी। साथ ही 5 करोड़ रुपए काम शुरू करने के लिए दिए जा चुके है। उम्मीद है जल्द ही भूमिपूजन व शिलान्यास के लिए मुख्यमंत्री गहलोत व चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा समय देंगे। मई में भूमि पूजन होने की पूरी संभावना है। 325 करोड़ की लागत से सिरोही मेडिकल कालेज का निर्माण होगा, जिसके लिए भूमि आवंटन हो चुका है। आम्बेश्वर महादेव रोड पर फोरलेन पर 50 बीघा भूमि पर यह मेडिकल कालेज बनेगा। इसमें भारत सरकार 195 करोड़ व राज्य सरकार 130 करोड़ रुपए देगी।
यह सौगात सिरोही को मिली लोढा
सिरोही जिला देश के सर्वाधिक पिछड़े जिलो में चयनित होने से यहां पर मेडिकल कालेज खोलने की मुख्यमंत्री गहलोत व विधायक संयम लोढ़ा के आग्रह पर भारत सरकार ने तय मापदंड में रियायत देने पर सहमति व्यक्त कर स्वीकृति दी, इस कारण यह सौगात सिरोही को मिली। लोढ़ा ने अपने चुनाव में आमसभा में जनता से वायदा किया था कि जनता ने विधायक चुना तो वे सिरोही में मेडिकल कालेज खुलवाएंगे। चुनाव जीतने के बाद लोढ़ा ने इस वायदे को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री गहलोत को कन्विन्स किया और बताया कि सिरोही जिले की जनता को इलाज के लिए पालनपुर जाने से रोकने का एक ही रास्ता है कि सिरोही में सरकार मेडिकल कालेज खोलने की सहमति देवे। इस पर मुख्यमंत्री ने सहमति देते हुए इसका प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा और कहा कि सिरोही को बैकवर्ड डिस्ट्रिक्ट के कारण मापदंड में छूट देने पर ही मेडिकल कालेज स्वीकृत हो सकेगा। भारत सरकार ने राज्य के इस छूट के प्रस्ताव को स्वीकार कर सिरोही में मेडिकल कालेज को स्वीकृति प्रदान की।
पीपीपी मॉडल पर जालोर में कॉलेज खोलने की संभावना
सिरोही जिले को भारत सरकार व राज्य सरकार ने संयुक्त जो तोहफा दिया है उससे सिरोही में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे व इलाज के नए अवसर प्राप्त होंगे। सिरोही व शिवगंज के बीच बनने वाले इस मेडिकल कालेज का लाभ सिरोही व जालोर दोनों जिलांे को मिलेगा। राज्य सरकार हर जिले में मेडिकल कालेज खोंलने का प्रयास कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार की ओर से जालोर के लिए स्वीकृति नहीं मिलने से राज्य सरकार जालोर में पीपीपी मॉडल पर कालेज खोलने की संभावना तलाश रही है।