उठ गया मेला कब उठेगा कचरा
सिरोही(जयन्तिलाल दाणा)। राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय तथा महिला महाविद्यालय के रास्ते पर स्थित नेहरू पवेलियन मैदान में मेले का आयोजन हुआ। मेला 15 से 20 दिन के बाद उठ गया। मेलों का आयोजन यहाँ आये दिन होता रहता है। लेकिन मेला उठने के बाद वहां जगह-जगह कचरा, प्लास्टिक की थैलियां बिखरी पडी रहती हैै। यह कचरा, गंदगी, प्लास्टिक की थैलियां गौ माता खाने से मरने की संभावना बढ़ती है। विद्यालय व महाविद्यालय की बालिकाएं, छात्रावास की बालिकाओं के आने जाने वाले वाला एक मात्र रास्ता है। इससे सैकड़ों अभिभावकों, विद्यालय, महाविद्यालय, भारत स्काऊट गाइड, आवासीय छात्रावास के विद्यार्थी तथा स्टाफ दिनभर गुजरते है। उन सबके स्वास्थ्य पर यह गंदगी प्रतिकूल असर कर रही है। मेले को लगाकर आमदनी तथा लाभ लेने वाले हर बार सफाई से पल्ला झाड़ लेते है। बालिकाओं, अभिभावक शहर वासियों तथा अधिकारी कर्मचारियों के स्वास्थ्य व गौ माता की रक्षा हेतु मैदान की नियमित सफाई अत्यावश्यक है।
मैदान के सफाई व मरम्मत की मांग की
विश्व पर्यावरण संरक्षण मिशन के प्रदेश कार्यक्रम प्रमुख गोपालसिंह राव ने मेले के स्थल की पुरी साफ सफाई करवाने की नगर परिषद् व मेले के आयोजकों से मांग की। सफाई नहीं होने पर इस बार मिशन ने दो मजदूरों के द्वारा सफाई थोड़ी करवाई है, लेकिन फिर भी कचरा उटा पडा है। राव ने इस मेले से होने वाली आय का लाभ लेने वालो से गुहार की है कि इस मैदान की नियमित साफ सफाई की व्यवस्था की जाए। मैदान में स्थिति क्षतिग्रस्त भवन को निस्तारित या मरम्मत कर पूर्णतया ठीक करवाया जाए।
मनचलों का आतंक
यहां दिनभर मनचले बालिका विद्यालय व महिला महाविद्यालय, छात्रावास की बालिकाओं के आसपास मंडराकर फब्तियां भी कसते है। मैदान का परकोटा जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गया है। मैदान में मोटर साइकिल व गाडी रोककर उस पर बैठकर मोबाइल पर बतियाते रहते है। यह मैदान पुर्णतया असुरक्षित हो गया है। बालिका विद्यार्थी के लिये स्थाई समस्या बन गया। बालिकाओं के हितार्थ विश्व पर्यावरण संरक्षण मिशन की जिला अध्यक्ष श्रीमती आशा देवडा तथा प्रदेश कार्यक्रम प्रमुख गोपालसिंह राव ने सफाई तथा सुरक्षा की मांग की है।