साइक्लोथॉन के चौथे चरण का आागाज
सेवा भारती समाचार।
जोधपुर। भारतीय सेना द्वारा 16 दिसंबर 1971 को बांग्लादेश की मुक्ति के स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में बाड़मेर के बाखासर से जालिपा तक साइक्लोथॉन के चौथे चरण का आागाज किया गया। वर्ष 1962, 1965 और 1971 में भारतीय सेना के यौद्धा केप्टन हीर सिंह भाटी (सेवानिवृत्त) ने साइक्लोथॉन को हरी झंडी दिखाई। बोगरा ब्रिगेड के सैनिकों ने बाड़मेर जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों से होकर लगभग 220 किमी की दूरी तय की। साइक्लोथॉन उन क्षेत्रों से गुजरी, जहां 1971 के युद्ध के दौरान दाली, खिसार, चचरो और गदरा रोड की लड़ाई शुरू की गई थी। लेफ्टिनेंट जनरल हणुत सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए जसोल गांव में पुष्पांजलि कार्यक्रम रखा गया। उनके द्वारा 1971 में बसंतर की लड़ाई में साहस व शौर्य दिखाने पर महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था। 1965 के युद्ध में मुनाबाव को विस्फोटक परिवहन करते समय शहीद हुए 17 रेलवे कर्मचारियों के सम्मान में गडरा रोड मेमोरियल पर माल्यार्पण किया गया। बाड़मेर शहीद स्मारक पर माल्यार्पण किया गया। युद्ध के दिग्गजों, वीर नारियों व पूर्व सैनिकों के लिए जालिपा सैन्य स्टेशन में चिकित्सा व सहायता शिविर लगाया गया।