30 लाख की ठगी करने के आरोपी रिमांड पर
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। महामंदिर पुलिस ने शनिवार को शातिर ठग गिरोह का खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। इन लोगों ने डांगियावास में भ्ीा एक वारदात की थी। इसका पीडि़त भी सामने आया है। इधर अभियुक्तों को आज कोर्ट में पेश कर दो दो दिन की अभिरक्षा में लिया गया है। इन लोगों ने एक व्यापारी को एंटिक मिरर देने के साथ 30 लाख की ठगी की थी। सनद रहे कि कारोबारी संजय गुप्ता की ओर से महामंदिर पुलिस को एक रिपोर्ट मिली थी। इसमें तीन शातिर ठगों द्वारा जादुई एंटीक कांच का झांसा देकर 30 लाख रुपए की ठगी करने के घटनाक्रम की जानकारी दी गई थी। कोविड काल में हुई बड़ी वारदात का खुलासा करने के लिए उच्च अधिकारियों के निर्देश पर जिला स्पेशल टीम-ईस्ट व महामंदिर थाने की संयुक्त टीम ने इस गिरोह का खुलासा करते हुए जैसलमेर के पोकरण थानांतर्गत महेचों की ढाणी निवासी नाथूसिंह पुत्र केसरसिंह, नया सनावड़ा निवासी स्वरूपसिंह पुत्र गंभीरसिंह और करवड़ के उजलिया निवासी जगदीश भील पुत्र गोकलराम को गिरफ्तार किया गया था। गुप्ता की रिपोर्ट के अनुसार लॉकडाउन के दौरान आर्थिक मंदी को देखते हुए महेंद्रसिंह उर्फ नाथूसिंह, स्वरूपसिंह व जगदीश भील ने गुप्ता से संपर्क किया। इन तीनों ने गुप्ता को बताया कि उनके पास एक जादुई पुरातन एंटीक मिरर है, जिससे दीवार के आरपार देख सकते हैं। ऐसे मिरर की विदेशी म्युजियम में भारी डिमांड रहती है। इसे बेचकर बड़ा मुनाफा कमाया जा सकता है। तीनों शातिरों ने उस मिरर का वीडियो बनाकर गुप्ता को दिखाकर अपने जाल में फंसाया।