पाक विस्थापितों व शहर के कई क्षेत्रों में राशन साम्रगी वितरित की
- मारवाड़ मुस्लिम एज्यूकेशनल एण्ड वेलफेयर सोसायटी व मौलाना आजाद यूनिवर्सिटी का सराहनीय कदम
जोधपुर (सेवा भारती समाचार)। कोरोना वायरस से जूझ रहे देश की संकट की इस घडी में सभी को मिलकर इसका मुकाबला करना होगा। जागरूकता, सोशल डिस्टेन्सिंग, जरूरतमंदों व गरीबों की मदद कर के हम कोरोना को हराने में कामयाब हो सकते है। कुछ ऐसा ही सार्थक प्रयास किया है जोधपुर की मारवाड़ मुस्लिम एज्यूकेशनल एण्ड वेलफेयर सोसायटी व मौलाना आजाद यूनिवर्सिटी की टीम ने। जिन्होंने न सिर्फ जोधपुर की भीतरी क्षेत्र बल्कि दूर-दराज व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी राशन की सामग्री नि:शुल्क पहुंचाकर समाज व राष्ट्रहित में अपना सहयोग दिया है।
सोसायटी के पूर्व महासचिव मोहम्मद अतीक ने सेवा भारती को जानकारी देते हुए बताया कि पिछले एक सत्ताह से हमारी टीमें विभिन्न इलाकों के करीब एक हजार जरूरतमंदों के घरों का सर्वे कर वहां तक खाद्य साम्रगी पहुंचा रही है। जिनमें मुख्यत: चाौपासनी गांव, सूरसागर तुलसी कॉलोनी, पठानकोट, हड्डी मील, सोमानी कॉलेज, चांदणा भाखर, मदिना मस्जिद कमला नेहरू नगर, प्रतापनगर, आखलिया चैराहा मुस्लिम मजदूर कॉलोनी, मसूरिया हरिजन बस्ती, बलदेवनगर, राजीव गांधी कॉलोनी, किषोरबाग, ईसाइयो का कब्रिस्तान, खेतानाडी, मदेरणा कॉलोनी, जालोरी गेट ईदगाह हाकम बाग, लायकान, बम्बा, सोजती गेट सहित शहर के कुछ भीतरी इलाके है। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से चाौखा बुझावड़ स्थित मौलाना आजाद यूनिवर्सिटी के निकट स्थित पाक विस्थापितों की कॉलोनी के करीब सौ घरों में पाक विस्थापित डॉ भागचन्द भील के विशेष सहयोग से राशन की राहत साम्रगी उपलब्ध कराई गई।
सोसायटी के महासचिव निसार अहमद खिलजी ने सेवा भारती को जानकारी देते हुए बताया कि राशन साम्रगी के इस फूड किट में आटा, दाल चावल, मिर्ची, हल्दी, धनिया, शक्कर, पत्ती, तेल, नमक, माचिस आदि खाद्य साम्रगी है। हमारी सोसायटी का हमेशा से ही यह ध्येय रहा है कि इस प्रकार की संकट की घडी में वो अपना सामाजिक दायित्व समझकर इस प्रकार के जनकल्याणकारी कार्य करती रहे। हम आशा करते है कि हमे समाज के हर वर्ग का इसी प्रकार सहयोग मिलता रहेगा ताकि हम जनहितार्थ और ज्यादा कार्य कर सकें।