समाज में व्याप्त कुरीतियों का त्याग जरूरी : संत राजेंद्रगिरी
संत सरगरा समाज छात्रावास सोजत में बीस एरिया बैठक सम्पन्न
सोजत। संत राजेंद्रगिरी महाराज करेड़ा ने कहा कि नशा नाश की जड़ है और समाजबंधुओं को चाहिए कि वे युवाओं को व्यसनमुक्त बनाने के लिए सघन अभियान चलाएं। वे रविवार को संत सरगरा समाज छात्रावास, सोजत में आयोजित बीस एरिया की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि समाज में व्याप्त मृत्युभोज, बाल विवाह, धूम्रपान, शराब जैसी कुरीतियों का त्याग अति आवश्यक है। साथ ही शिक्षा को प्राथमिकता देकर समाज को सशक्त बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने संतुलन का उदाहरण देते हुए कहा, “तंदुरे का तार इतना न कसें कि टूट जाए और इतना भी ढीला न छोड़ें कि स्वर ही बिगड़ जाए।”
इस अवसर पर संत संतोषगिरी महाराज ने भी शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षा ही समाज को प्रगति की दिशा में आगे ले जा सकती है।
छात्रावास विकास समिति अध्यक्ष ओमप्रकाश मारू ने छात्रावास निर्माण को शीघ्र पूर्ण करने, बकाया राशि समय पर जमा कराने तथा समाज को एकजुट होकर सकारात्मक दिशा में कार्य करने का आह्वान किया।
बैठक में संरक्षक महेश गहलोत, शिक्षाविद् नारायणलाल गहलोत, माणकलाल मारू, बाबुलाल आर्य, चंदुलाल, बंशीलाल, भगवानराम, मनोहरलाल बालवंशी, लक्ष्मणराम देवड़ा, पुनाराम सहित कई गणमान्य समाजबंधुओं ने अपने विचार व्यक्त किए।
बैठक में रामचंद्र भाटी, रमेशचंद, गोविंदराम, बाबुलाल मा.जं, अशोक गहलोत एडवोकेट, मोहनलाल बोमादड़ा, पूनाराम बालवंशी, कैलाश बगड़ी, गजेंद्र गहलोत एडवोकेट, हिम्मताराम, प्रेमचंद, कैलाशचंद सहित बड़ी संख्या में समाजबंधु उपस्थित रहे।