हिन्दू सेवा मण्डल द्वारा 1121 लावारिश शवों की अस्थियों का हरिद्वार में विसर्जन 25 जून को
घण्टाघर के प्रागण में भजन संध्या आज
जोधपुर। हिन्दू सेवा मण्डल जोधपुर के प्रधानमंत्री विष्णुचन्द्र प्रजापत ने बताया की हिन्दू सेवा मण्डल गत 100 वर्षो से मानव मात्र की सेवा में समर्पित रहते हुए अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है । मण्डल अपने विभिन्न सेवा कार्यो के साथ समस्त पुलिस थानो एवं अस्पतालों से प्राप्त लावारिश शवों का अन्तिम संस्कार करते हुए अस्थियों के मोक्ष हेतु माॅ गंगा की गोद हरिद्वार में विशर्जन की जाती है 1121 अस्थियों के साथ मण्डल का 21 सदस्य शिष्टमण्डल 23 जून को हरिद्वार के लिए प्रस्थान करेगे जिस की तैयारी को अन्तिम रूप देते हुए मण्डल के सिवांची गेट स्थित स्वर्गाश्रम पर पं. विजयदत्त पुरोहित, पं. भेरूप्रकाश दाधीच, के सानिध्य में वैदिक मंत्रोचारण के साथ सनातन संस्कृति के विधि विधान से सभी दिवंगत आत्माओं की अस्थियों को हरिद्वारा प्रस्थान करने हेतु आहवान करते हुए श्रृदांजलि के प्रश्चात 1121 अस्थि कलश को ससम्मान स्वर्गाश्रम से प्रस्थान करवाया गया इस अवसर पर मण्डल के प्रधान महेश कुमार जाजडा, प्रधानमंत्री विष्णुचन्द्र प्रजापत, कोषाध्यक्ष कैलाश जाजू, संस्कार मंत्री राकेश गौड, प्रेमराज खिवसरा, ताराचंद शर्मा, नरेन्द्रसिंह गहलोत, महेन्द्रसिंह तंवर, यतिन्द्र प्रजापत, हन्वतराज गाॅच्छा, राजेन्द्र यादव सहीत बडी संख्या में कई लोग उपस्थित थे ।
भजन संध्या के बेनर का लोकापर्ण
हिन्दू सेवा मण्डल कार्यालय पर घण्टाघर के प्रागण मे आयोजित होने वाली भजन संध्या एक शाम दिवंगत आत्माओं के नाम बेनर का लोकापर्ण देवेन्द्र जोशी सूरसागर विधायक के मुख्य अतिथि थे विशेष अतिथि के रूप में किसन लड्डा उपमहापौर नगर निगम दक्षिण थे अध्यक्षता महेश जाजडा ने इस अवसर पर मण्डल के कई सदस्य मौजूद थे ।
भजन संध्या आज
आज सायं 6.00 बजे घण्टाघर के प्रागण में एक शाम दिवंगत आत्माओं के नाम भजन संध्या आयोजित होगी इस भजन संध्या में सभी आत्माओं की 1121 अस्थि कलश को विराजित करते हुए राजेश अटल के नेत्तव में बालिकाओं द्वारा गीता पाठ का वाचन किया जाएगा एवं पं. विजयदत्त पुरोहित के नेत्तव मे पांच विद्वान पण्डितों द्वारा मंत्रोचारण के माध्यम से दिवंगत आत्माओं के मोक्ष की कामना की जाएगी, भजन संध्या में भजन गायक गीता मेवाडा, तखतसिंह, दीपक जोशी, रामकिशोर दाधीच सहीत कई भजन गायक अपनी प्रस्तुति देगे ।