कोरोना के बावजूद 7 लाख जल निकायों का पुनरुद्धार: शेखावत
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। कोरोना महामारी के बावजूद केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय इस वर्ष देशभर में 7 लाख जल निकायों का पुनरुद्धार करने जा रहा है, जिनमें से 4 लाख 52 हजार पर काम पूरा भी हो चुका है। यह जानकारी केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने महावीर इंटरनेशनल द्वारा जल संचयन और संरक्षण अभियान को गति प्रदान करने के विषय पर जल पुरुष डॉ. राजेंद्र सिंह के साथ विशेष चर्चा में दी।
वर्चुअल कार्यक्रम में शेखावत ने कहा कि भारत सरकार के स्तर पर जल के विषय पर बहुत काम हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में पिछले वर्ष हमने 258 जिलों में जलशक्ति अभियान चलाया था। ये वो जिले थे, जहां जमीन में पानी कम हो रहा है। केंद्रीय टीमों ने जिलाधिकारियों को साथ लेकर अलग-अलग स्टेक होल्डर्स से बात की। समाज के लोगों को प्रोत्साहित किया। पौधारोपण, पुराने तालाब, बावड़ी, कुएं आदि के पुनरुद्धार समेत दो लाख से ज्यादा स्थानों पर काम हुआ। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोरोना के कारण इस बार परिस्थितियां थोड़ी विपरीत थीं। हमने वर्चुअल प्लेटफॉर्म के माध्यम से बातचीत की। आपको जानकर प्रसन्नता होगी कि पिछली बार जहां हम 2 लाख से ज्यादा स्थानों पर काम कर पाए थे, इस बार अब तक 4 लाख 52 हजार से ज्यादा स्थानों पर काम पूरे हो चुके हैं, जिसका डाटा हमारे पास है। ढाई लाख स्थानों पर काम चल रहे हैं। कुल 7 लाख स्थानों पर हम काम पूरे करेंगे। शेखावत ने कहा कि ऐसे अनेक उदाहरण हैं, जहां एक व्यक्ति, संस्था, समूह, ग्राम पंचायत, जनप्रतिनिधि या सरकार ने अपने स्तर पर प्रयास किए और क्षेत्र या गांव को जल समृद्ध बनाने में सफलता पाई। जल पुरुष राजेंद्र सिंह इसका जीता-जागता उदाहरण हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब एक गांव जल समृद्धि होता है तो वो केवल गांव को पानी की सुरक्षा प्रदान नहीं करता, अपितु पूरे ईको सिस्टम में परिवर्तन लाता है। राजेंद्र सिंह जी कहते हैं कि तालाब पुर्नर्जीवित हुआ तो पेड़ खड़े हुए, पेड़ खड़े हुए तो चिडिय़ा वापस आ गईं, चिडिय़ा आ गईं तो जीवन वापस आ गया।