क्षेत्रीयता की राजनीति देश के लिए खतरनाक : बिट्टा
मेरा लद्दाख, मेरा पंजाब, मेरा राजस्थान बोलना गलत, मेरा हिंदुस्तान, मेरा भारत और मेरा वंदे मातरम कहें
जोधपुर। ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट के अध्यक्ष एम.एस. बिट्टा सोमवार को जोधपुर दौरे पर पहुंचे थे।
आज बिलाड़ा के लिए रवाना होने से पहले उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की और देश की एकता, अखंडता और स्वाभिमान पर कई तीखे और भावुक बयान दिए। लेह-लद्दाख में हाल ही में हुई हिंसक घटनाओं को लेकर एम.एस. बिट्टा ने गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि, मेरा लद्दाख, मेरा पंजाब, मेरा राजस्थान — ये सब कहना बिल्कुल गलत है। होना तो यह चाहिए कि हम सब कहें — मेरा हिंदुस्तान, मेरा भारत और मेरा वंदे मातरम।
बिट्टा ने क्षेत्रीयता की राजनीति को देश के लिए खतरनाक बताते हुए लोगों से राष्ट्रीय एकता को प्राथमिकता देने की अपील की। एशिया कप 2025 में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की जीत पर भी एम.एस. बिट्टा ने अपनी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को हमने पहले भी कई बार मुंहतोड़ जवाब दिया है — अब मैदान में भी भारतीय खिलाडिय़ों ने करारा जवाब दिया है। भारतीय खिलाडिय़ों ने पाकिस्तानी नेताओं से ट्रॉफी नहीं ली, ये हमारे स्वाभिमान का प्रतीक है। पाकिस्तान के खिलाडिय़ों को खुद ट्रॉफी लेकर आनी पड़ी।
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ खेल की जीत नहीं, बल्कि भारत के आत्मसम्मान और गौरव की भी जीत है। एमएस बिट्टा ने अपने संक्षिप्त लेकिन प्रभावशाली बयान में देशवासियों से अपील की कि वे जाति, धर्म, भाषा और प्रांत के भेदभाव से ऊपर उठकर एकजुट रहें। उन्होंने कहा कि आज ज़रूरत है वंदे मातरम की भावना से जुडऩे की, न कि प्रांतीयता के जाल में फंसने की।
एम.एस. बिट्टा का जोधपुर दौरा सिर्फ एक राजनीतिक यात्रा नहीं, बल्कि देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता का एक सशक्त संदेश था। उनके वक्तव्यों ने न केवल लोगों को सोचने पर मजबूर किया बल्कि यह भी स्पष्ट कर दिया कि देश की सुरक्षा और सम्मान से कोई समझौता नहीं होगा।